Mandi Bhav: धान के बढ़ते भाव से किसानों की भी बल्ले-बल्ले, बंपर पैदावार से मंडिया हॉउसफुल
जींद :- पिछले वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष धान की फसल ज्यादा मात्रा में हुई है, जिस वजह से मंडियों में धान की आवक ज्यादा होने के कारण जगह की कमी पड़ रही है. जिस वजह से सप्ताह के 2 दिन के लिए खरीद बंद करनी पड़ रही है. अबकी बार धान की आवक ज्यादा होने के साथ- साथ किसानों को धान के भाव भी पिछले साल की बजाय इस बार ज्यादा मिल रहे है. भाव ज्यादा मिलने से किसानों में खुशी की लहर बनी हुई है.
पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक भाव में बिक रहा धान
सूत्रों के अनुसार Jind जिले में प्रत्येक वर्ष 1.40 लाख हेक्टेयर में धान की फसल होती है. जबकि इस वर्ष जिले में 1.62 लाख हेक्टेयर से ज्यादा में धान की रोपाई की गई, जिसमें से 1.30 लाख हेक्टेयर में बासमती धान की फसल थी. Jind व जुलाना क्षेत्र में सबसे अधिक बासमती और नरवाना में PR धान की रोपाई ज्यादा होती है. जिले की मंडी में प्रतिदिन एक लाख टन से भी अधिक धान की आवक होती है. Hisar जिले के बहुत सारे गांव के किसान धान की फसल लेकर जींद अनाज मंडी में ही आते है.
शनिवार, Sunday को नहीं होगी धान की खरीद
अबकी बार किसान धान की कटाई प्रवासी मजदूरों की अपेक्षा कंबाइन से करवा रहे हैं, जिस वजह से एक साथ बड़ी मात्रा में धान की फसल मंडियों में पहुंच रही है. जिस वजह से धान का उठान नहीं हो पा रहा. इसलिए Jind और जुलाना अनाज मंडी को सप्ताह के 2 दिन बुधवार और वीरवार को बंद करके धान का उठान किया गया. इस Saturday और Sunday को भी मंडियों में धान की खरीद नहीं की जाएगी. मंडियों में बासमती 1121 किस्म की धान 4300- 4500 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है.
धान के भाव घटने बढ़ने से किसानों की चिंता बढ़ी
मंडियों में धान के भाव घट- बढ़ रहे हैं, जिस वजह से किसानों की परेशानी बढ़ी हुई है. सीजन की शुरूआत में बासमती 1121 धान के भाव 3700- 3800 रुपये प्रति क्विंटल थे, जबकि अब 4400 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच चुके हैं. बासमती धान की 1509 किस्म 3800 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक चुकी है. इसके अलावा सीजन की शुरूआत में धान की 1718 किस्म के भाव 3500 रूपये थे, जो अब 3900 रुपये पहुंच गए है. अबकी बार धान की अधिकतम कीमत 5500 रुपए के पार पहुंच चुकी है.