nigamratejob-logo

Wheat Price: गेहूं की कीमतों में उछाल आने से रोटी की बढ़ी कीमतें, समझें महंगाई का मैथेमेटिक्स

 | 
Wheat Price

Wheat Price: पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट का सामना कर रहा हैं,वहां की जनता को रोजी रोटी के लाले पड़ गए हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में  इस समय एक किलो आटे की कीमत 150 रुपया किलो हैं। स्थिति इतनी विकराल हैं की लोग गेहू और आटे की बोरी के लिए आपस में झगड़ रहे हैं। 

अब बहुत जल्द भारत में भी यही हाल होने वाला हैं। भारत में भी गेहूं की कीमतें आसमान पर पहुंचती जा रही हैं. जानकारों का कहना है कि PMGKAY के तहत गेहूं का वितरण बंद है और मांग में तेजी से कीमतों में उछाल आया है. सरकार ने गेहूं की MSP 2022 में 2015 रुपये प्रति क्विंटल और इस साल 

2125 रुपये तय की थी, लेकिन ये 3,200 रुपये के भाव पर मिल रहा है। इस बीच भारत में भी गेहूं की कीमतें आसमान छू रही हैं और मंडियों से ये गायब होता जा रहा है. 

पाकिस्तान में महंगाई 25  फीसदी 

पाकिस्तान में महंगाई 25 फीसदी पहुंच गई हैं। लोग खाने-पीने के मोहताज हो गई हैं। सबसे ज्यादा परेशानी का सबब बना हुआ है आटा। इस देश में एक-एक बोरी के लिए लोग तरस रहे हैं और लड़ने-झगड़ने को मजबूर हैं। 

आटे की कीमत 150 रुपये किलो

पाकिस्तान में आटे की कीमत 150  रुपया हो गया हैं। बढ़ती महंगाई दर के बीच गेहूं  पर भी संकट आ गया हैं। एक रिपोर्ट की मानें तो इस्लामाबाद में रोजाना गेहूं की खपत 20 किलो के 38,000 बैग्स की है, लेकिन यहां संचालित 40 आटा मिलों से 21,000 बैग्स की आपूर्ति हो पा रही है। दुकानों पर आटा खत्म हो चुका है और जहां ट्रकों से आटे की सप्लाई हो रही है, तो वहीं लोग कहीं लंबी लाइनों में लगे नजर आ रहे हैं, तो कहीं आटा लदे ट्रकों का पीछा करते दिख रहे हैं। कुछ स्थानों पर तो आटे की बोरी के लिए एक दूसरे को मरने-मारने पर भी लोग तैयार हैं। 

भारत में भी बढ़ेगी गेहूं बढ़ेगी

पाकिस्तान में जहां आटा और गैंहू के लिए घमासान मच रहा हैं तो भारत में भी गेहूं की किल्लत बढ़ती हुई नजर आ रही है। जिसकी वजह से गेहूं के दाम आसमान छूते जा रहे हैं। जिसकी वजह से मंडियों से इसका स्टॉक खत्म होता जा रहा है। डीलरों और किसानों की मानें तो सप्लाई के लिए सरकार द्वारा अतिरिक्त स्टॉक जारी करने में देरी और पिछले साल की पैदावार की कमी से घरेलू बाजार में कीमतें नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। 

 MSP के ऊपर पहुंचा गेहूं का भाव 

दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा गेहू का उत्पादन करने वाला देश भारत में भी भाव  एमएसपी के भाव से ऊपर चला गया हैं। दिल्ली और उत्तर प्रदेश में इसका दाम 3,200 रुपये प्रति क्विंटल के करीब पर पहुंच गया है।बता दें 2023 के लिए गेहूं के लिए एमएसपी 2,125 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया था।  गौरतलब है कि बीते साल मई 2022 में गेहूं के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

सरकार भी गेहूं की बढ़ती कीमतों को लेकर गंभीर है। सरकार की ओर से कहा गया कि वह दाम कम करने के लिए जल्द उपयुक्त कदम उठाएगी। गेहूं के OMSS पर फैसला जल्द लिए जाने की संभावना है. हालांकि, इस बीच सरकार ये दावा भी कर रही है कि देश में गेहूं का पर्याप्त भंडार मौजूद है।  


सोमवार गेहूं का भाव 

मंडी भाव    रुपये प्रति क्विंटल
इंदौर    2,950
कानपुर    3177
राजकोट    2800
दिल्ली    3164
कोटा    2875
 
जनवरी में 7 फीसदी की तेजी

इंदौर की मंडियों में गेहूं का भाव 29,500 रुपये टन तक पहुंच गया है। जबकि जनवरी महीने में 7 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। जबकि पिछले एक साल में करीब 37 फीसदी कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है. दिल्ली में अचानक सोमवार को गेहूं के दाम 2 फीसदी बढ़ गए. जिससे कीमत 31,500 रुपये प्रति टन तक पहुंच गया. होलसेल में इस बढ़ोतरी के साथ ही खुदरा मार्केट में गेहूं के दाम 5 से 6 फीसदी तक उछल गए. इसका असर बिस्किट कंपनी पर भी पड़ रहा है। 

केंद्र सरकार का कहना

केंद्र सरकार के अधिकारियों का कहना है कि गेहूं के स्टॉक को लेकर किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है. केंद्र सरकार वीकली गेहूं उत्पादन और स्टॉक की समीक्षा करती है. केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 24 जनवरी 2023 तक सरकारी गोदामों में कुल 1.71 करोड़ टन गेहूं का स्टॉक है, जबकि पिछले महीने दिसंबर में 190 करोड़ टन था. केंद्र सरकार का बफर मानक 1.38 करोड़ टन तय है। 

सरकारी योजनाएं

सक्सेस स्टोरी