Fasal Bima: किसानों के साथ बीमा कंपनी का नया गेम, किसानों को मुआवजा देने की बजाए प्रीमियम कर रही वापस
हरियाणा के अंबाला में धान फसल में आई फिजी वायरस नाम की बीमारी से किसानों की फसलों को करीब 50 फीसदी नुकसान हुआ था। नुकसान की भरपाई के लिए किसानों ने सरकार और बीमा कंपनियों से मुआवजे की मांग भी की थी। लेकिन अब बीमा कंपनियों ने उनके खातों में मुआवजे की रकम डालने की बजाय उल्टा प्रीमियम की रकम डालनी शुरु कर दी है। ऐसा ही मामला शुक्रवार को भी सामने आया है।
वहीं प्रीमियम की रकम वापस आती देख किसान भी हैरान और परेशान है। वहीं कंपनी की ओर से इस तरह से वापस डाली गई किसानों के खाते में प्रीमियम की राशि को देख किसानों में भी रोष है। किसानों का कहना है कि वो इस मामले में उपायुक्त समेत अन्य विभागों को शिकायत सौंपते हुए मुआवजे की मांग करेंगे। इस तरह की कार्रवाई सीधे तौर पर किसानों के साथ मजाक है, क्योंकि प्रीमियम के समय किसानों से पूछा भी नहीं जाता है और अब जब मुआवजे की बारी आ रही है तो कंपनी प्रीमियम की रकम वापस लौटाकर मुआवजे की राशि देने से अपना पल्ला छुड़वाना चाह रही है।
किसान त्रिलोचन शर्मा का कहना है कि हमारी धान की फसल करीब आधी खराब हो गई थी। फसल खराब होने के बारे में हमने मुआवजे की मांग की थी। इससे कि नुकसान की भरपाई की जा सके। परंतु यहां तो उलटा प्रीमियम ही किसानों के खातों में डाल दिया जा रहा है।
वहीं जिला कृषि एवं किसान कल्याण विभाग अधिकारी गिरीश नागपाल का कहना है कि इस संबंध संज्ञान में मामला आया है, कंपनी से पूछा जाएगा कि आखिर ये क्या हुआ है। लेकिन इसका फिजी नामक बीमारी से कोई भी लेना-देना नहीं है। अभी तो इस संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे सकता हूं।