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HARYANA NEWS: हरियाणा के किसानों पर मौसम की मार, साढ़े 7 लाख एकड़ फसल को नुकसान, अब सरकार से लगाए बैठे उम्मीद

हरियाणा में बारिश और ओलों की मार किसानों पर भारी पड़ी है।
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HARYANA NEWS:  हरियाणा में बारिश और ओलों की मार किसानों पर भारी पड़ी है।

आंकड़ों के मुताबिक, हरियाणा में करीब साढ़े 7 लाख एकड़ फसल को नुकसान पहुंचा है।

किसान मुआवजे के लिए सरकार का मुंह ताक रहा है।

आर्थिक संकट के बीच फंसा किसान अपनी फसल को काटकर मंडी में भी नहीं ला पा रहा है।

किसानों के लिए दुविधा उत्पन्न हो चुकी है क्योंकि गेहूं में नमी की मात्रा काफी ज्यादा है।

 यदि वह फसल काटकर मंडी में लेकर आता है तो यहां पर उसे गेहूं में फैलाकर सुखाना पड़ेगा।

सरकार भी किसानों से क्षतिपूर्ति पोर्टल पर जाकर फसल खराबे के बारे में रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील कर रही है ताकि किसानों को मुआवजा मिल सके।


अब 15 अप्रैल तक गेहूं का सीजन पीक पर होता था।


बारिश की वजह से सब प्रभावित हुआ है।

गेहूं कटाई का पीक 20 अप्रैल तक आएगा।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग हरियाणा करनाल के उप कृषि निदेशक डॉ. आदित्य डबास बताते है कि जिन किसानों का पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन हो चुका है उनकी फसल खराब की वैरिफिकेशन प्रक्रिया चल रही है।


उम्मीद है कि एक या दो दिनों तक पोर्टल खुला रहेगा। किसान पोर्टल पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराएं। किसानों को उम्मीद से ज्यादा नुकसान हुआ है।


उनकी सरकार से मांग है कि किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए क्योंकि किसान फसलों पर निर्भर रहता है। अगर फसल नहीं होगी तो जीवन यापन करना मुश्किल हो जाएगा।


किसानों का कहना है कि अगर बरसात न होती तो गेहूं कटाई शुरू कर देते, लेकिन आज भी बरसात हुई है। जिससे अब तो कुछ भी उम्मीद नहीं बची हैं।

उन्होंने कहा कि ऐसी बेमौसमी बरसात पहली बार देखी हैं, जिसने फसलों को तबाह करके रख दिया।

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