Sirsa News: ऐलनाबाद की जनता को 40 साल बाद मिलेगी मॉर्चरी, मीनू बैनीवाल के अथक प्रयासों से साकार होगा सपना
Sirsa News: ऐलनाबाद के सरकारी अस्पताल में अब मॉर्चरी का काम जल्द ही शुरु होने वाला है। यहां पर पिछले करीब 40 सालों से मॉर्चरी की मांग थी जिसको अब समाजसेवी कप्तान मीनू बैनीवाल के प्रयासों से साकार रुप दिया जा रहा है। इसके लिए बिल्डिंग पहले से तैयार हो चुकी है और सभी औजार भी उपलब्ध करवाए गए हैं।
उपमंडल के सिविल अस्पताल में मॉर्चरी का काम पिछले करीब 40 सालों से बंद पड़ा है। जिसके चलते पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय लोगों को सिरसा के सिविल अस्पताल में जाना पड़ता है। इसके लिए स्थानीय लोगों को करीब 40 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। इस मॉर्चरी के लिए कप्तान मीनू बैनीवाल की तरफ़ से सभी उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं।
अब कप्तान मीनू बैनीवाल के प्रयासों से यह मॉर्चरी का काम शुरु होने वाला है। इसके लिए आज स्वास्थ्य विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। आज उपमंडल के नागरिक अस्पताल में डॉ. वेद बैनीवाल एसडीएम ऐलनाबाद, डॉ. मनीष बांसल, सीएमओ सिरसा, डॉ. आर के दहिया एसएमओ फोरेंसिक एक्सपर्ट, विरेंद्र सिंह डीएसपी, डॉ. हरप्रीत कौर एसएमओ ऐलनाबाद, पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
1998 में बना था प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
दरअसल ऐलनाबाद में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र था साल 1998 में इस केंद्र को अपग्रेड करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया। 2017 में ऐलनाबाद में 30 बिस्तरों का उपमंडल नागरिक अस्पताल बनाया गया। कुछ समय पहले ही इस अस्पताल को 50 बिस्तरों का किया गयाद्ध। संसाधन और सुविधाओं के अभाव में यह अस्पताल क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर खरा नहीं उतर रहा था। इस अस्पताल में मोर्चरी को लेकर एक भवन बनाया गया था। स्टाफ और सामान के अभाव में यह मोर्चरी कभी शुरू ही नहीं हो पाइ। अब कप्तान मीनू बैनीवाल ने इस मोर्चरी को शुरू करने को लेकर अपनी तरफ से पहल की है। सरकार ने मोर्चरी के भवन को लेकर 5 लाख रुपए की राशि जारी की। भवन को रिपेयर कर दिया गया है। इसके बाद मीनूू बैनीवाल ने आवश्यक समान मोर्चरी के लिए दिया और अब एक टीम की ओर से मोर्चरी शुरू करने को लेकर निरीक्षण किया गया है। स्टाफ की ट्रेनिंग भी हो चुकी है और ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही यह मोर्चरी शुरू भी हो जाएगी।
स्वास्थ्य, खेल एवं शिक्षा को लेकर गंभीर हैं मीनू बैनीवाल
समाजसेवी कप्तान मीनू बैनीवाल शिक्षा, स्वास्थ्य और खेलों को लेकर बहुत गभीर हैं। यही वजह है कि उन्होंने अपने निजी कोष से ऐलनाबाद हलके के गांव गांव में पुस्तकालय खुलवाने के अलावा जिम बनवाए हंै। खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाते हैं। इसके साथ ही गौसेवा का पाठ भी पढ़ा रहे हैं। खास बात ये है कि कोरोना काल में मीनू बैनीवाल ने स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर खास कदम इलाके के लिए उठाए थे। उनका मानना है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल हमारे जीवन का अहम हिस्सा हैं और प्रत्येक व्यक्ति को अच्छी शिक्षा मिलने के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं भी मिलनी चाहिए।