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पेट्रोल व डीजल के रेट होंगे कम, पेट्रोलियम मंत्री ने दिए इतने रुपये तक कम होने के संकेत

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पेट्रोल व डीजल के रेट

भारत में करीब 15 महिनों से पेट्रोल एवं डीजल के रेट में कंपनियों द्वारा कोई बदलाव नहीं किया गया। रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चे तेल के रेट बहुत ज्यादा होने पर भी भारत में पेट्रोल और डीजल की किमतों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला था। हालांकि पेट्रोलियम मंत्रालय का कहना है, इसकी वजह से कंपनियों को काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा था. उस नुकसान की भरपाई के लिए सरकार अलगे दिनों पेट्रोल के रेट को कम कर सकती है। 

इतना नुकसान प्रति लीटर पर हुआ था

इसकी जानकारी पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दि, कि तेल कंपनियों के पिछले घाटे को देखते हुए जल्द पेट्रोल की कीमतों में कटौती की जा सकती है। सार्वजनिक क्षेत्र की तीनों तेल विपणन कंपनियों- आईओसी, बीपीसीएल और एचपीसीएल ने पिछले 15 महीनों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों की लागत पर कोई बदलाव नहीं किया था, जिसके चलते लागत के अनुरूप कीमतें नहीं बढ़ने से इन सब कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जून 2022 के अंत में उन्हें एक लीटर पेट्रोल पर 17.4 रुपये और डीजल पर 27.2 रुपये प्रति लीटर का नुकसान उठाना पड़ रहा था। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कीमतें स्थिर रखने से चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में इन कंपनियों को कुल 21,201.18 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। उन्होंने कहा कि इस नुकसान की भरपाई होनी बाकी है।

हरदीप सिंह ने कहा रेट स्थिर के लिए नहीं कहा गया था
 
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद कच्चे तेल के दाम में आए उछाल के बावजूद तेल कंपनियों ने जिम्मेदार आचरण किया और खुदरा कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की। उन्होंने कहा, "हमने उन्हें कीमतें स्थिर रखने को नहीं कहा था। उन्होंने खुद ही यह फैसला किया था।"

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