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सोनाली फोगाट मर्डर केस में सीबीआई ने दर्ज की FIR, इन 3 बिंदुओं से सुलझेगी हत्या की पहेली

परिवार और राज्य सरकार के लगातार अनुरोध के बाद, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बीजेपी नेता सोनाली फोगट की मौत मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है. सीबीआई जांच खासतौर पर इन तीन बिंदुओं पर टिकी है.
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सोनाली फोगाट के परिवार और राज्य सरकार के लगातार अनुरोध के बाद, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बीजेपी नेता की मौत मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है. सोनाली फोगाट की पिछले महीने रहस्यमयी तरीके से गोवा में मौत हो गई थी. इसके लिए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद सीबीआई ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरु की है. सीबीआई जांच खासतौर पर इन तीन बिंदुओं पर टिकी है.

सीबीआई की टीम मौका ए वारदात पर पहुंचेगी यानी कि वो जगह जहां पर सोनाली फोगाट को ड्रग्स दिया गया था. सीबीआई टीम कर्लिस पहुंचेगी और पूरे सीन को रीक्रिएट करेगी. इसके लिए खासतौर पर दिल्ली की सीबीआई की फॉरेंसिक टीम के सदस्य कल मौके पर पहुंचेंगे. इनके अलावा नए सिरे से कर्लिस के स्टाफ के बयान दर्ज किए जाएंगे.

इस केस के गोवा पुलिस के जो इंवेस्टिगेशन ऑफिसर हैं उनके बयान दर्ज करने के साथ-साथ सीबीआई की टीम गोवा पुलिस से केस डायरी लेगी.

सोनाली फोगाट की हत्या के मामले में जेल में बंद सुधीर सांगवान और सुखविंदर सिंह से पूछताछ करेगी. इसके लिए सीबीआई की टीम संबंधित कोर्ट में दोनों से पूछताछ के लिए एप्लीकेशन दायर करेगी.

गोवा पुलिस क़त्ल का मोटिव नहीं कर सकी साफ

दरअसल, इस केस में अब तक गोवा पुलिस क़त्ल का मोटिव यानी मकसद साफ नहीं कर पाई है. सीबीआई के सामने सबसे बड़ी चुनौती मर्डर का मोटिव तलाशना होगा. इसके लिए सीबीआई की टीम गोवा के बाद हरियाणा के हिसार भी जाएगी, जहां परिवार वालों के बयान दर्ज किए जाएंगे और बयानों के आधार पर तफ्तीश को आगे बढ़ाया जाएगा.

दिल का दोड़ा पड़ने से मौत का दावा

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक़, सीबीआई की टीमें सीएफएसएल विशेषज्ञों के साथ गोवा पहुंचेंगी और दस्तावेजों को इकट्ठा करेगी और स्थानीय पुलिस अधिकारियों और डॉक्टरों से बातचीत करेंगी, जिन्होंने बीजेपी नेता को अस्पताल लाए जाने के बाद उनकी जांच की थी. सोनाली फोगाट की मौत मामले में आई प्रारंभिक रिपोर्टों में दावे किए गए थे कि उनकी मौत दिल का दौड़ा पड़ने से हुई थी, जिसे परिवार ने खारिज कर दिया था और सीबीआई जांच की मांग की थी.

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