Dehydration Effects : डिहाइड्रेशन के शिकार होने पर बढ़ सकती परेशानियां, इन बातों का रखे ध्यान
अक्सर ठंड के दिनों में पानी की कमी का पता नहीं लगना, आपको समस्या में डाल सकता है, जिस से ऐसे रोग जन्म ले लेते है, हम उम्मीद नहीं कर सकते। जिस तरह से शरीर को भोजन की कमी महसूस होती है, उसी तरह से चाहे वो ठंड के दिन क्यों न हो, लेकिन शरीर में पानी की कमी होती है। डिहाइड्रेशन से शरीर में बीमारी ही नहीं इसे जान जाने की संभवाना भी बन जाती है।
एक मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया कि जिन लोगों के शरीर में पानी की कमी होती है, इसके चलते शरीर में सोडियम की मात्रा में बढ़ोतरी होने लगती है। जिसके कारण इंसान की मौत समय से पहले हो जाती है। डिहाइड्रेशन एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है। जानकारी के अनुसार अगर शरीर में सोडियम 145 मिली लीटर से ज्यादा मात्रा हो जाती है, तो इंसान मरने के करीब 21 प्रतिशत चांस बढ़ जाते है।
ठंड में पानी की कमी को आप गर्मी के दिनों से कम आकलन नहीं कर सकते, क्योंकि ठंड के दिनों में पानी का अहसास न होने के कारण शरीर के विभिन्न अगों में पानी की कमी हो जाती है, जिस से लंबे समय तक बीमार होने के चांस बढ़ जाते है। मौसम चाहे कैसा भी हो लेकिन शरीर में पानी की कमी होने पर शरीर आपको संभलने का मौका नहीं मिलता।
शरीर में पानी की कमी होने के कारण आक्सीजन का प्रवाह भी कम हो जाता है, जिस कारण शरीर में विभिन्न अगों पर प्रभाव पड़ता है। शरीर के हिस्सें में लगभग 60 प्रतिशत से 70 प्रतिशत पानी की मात्रा होता है, इसमें मस्तिष्क में लगभग 85%, हड्डियों में लगभग 22%, त्वचा में 20%, मांसपेशियों में लगभग 75%, रक्त में लगभग 80%, तथा फेफड़ों में लगभग 80% पानी होता है। शरीर में पानी की मात्रा पूरी होगी तो अक्सीजन का प्रवाह और हड्डियों स्वस्थ बनी रहती है।