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मेरी कहानीः मैं अपनी शादीशुदा जिंदगी से बोर हो चुकी हूं, मुझे अपने पति के साथ मजा नहीं आता

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MERI KAHANI

Meri Kahani: सवाल: मैं एक विवाहित महिला हूं। मेरी शादी को 13 साल हो चुके हैं। मेरी दो बेटियां हैं। दोनों ही स्कूल में पढ़ती हैं। मेरी शादीशुदा जिंदगी में कोई परेशानी नहीं है। मैं अपने पति का बहुत सम्मान करती हूं। अपने रिश्ते की शुरूआत से ही हम दोनों हमेशा एक-दूसरे के प्रति बहुत वफादार रहे हैं। लेकिन जैसे-जैसे समय बीत रहा है। हमारी शादीशुदा जिंदगी बेकार होती जा रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम दोनों ही न केवल घर देर से लौटते हैं बल्कि रात का खाना खाने के बाद सीधा सो जाते हैं।

हमारा वीकेंड घर के कामों को देखने और अपनी बेटियों को समय देने में निकल जाता है। रोज के इस रवैये से मुझे ऐसा लगता है कि मैं अपनी शादीशुदा जिंदगी से पक चुकी हूं। अब मुझे अपने पति के साथ मजा नहीं आता है। हम दोनों अतरंग भी नहीं होते हैं। बच्चों के बिना हम दोनों डेट पर नहीं जाते हैं। हम दोनों के पास हमारे लिए अब कोई अच्छा समय नहीं है। मुझे ऐसी जिंदगी नहीं चाहिए। मुझे अपने वैवाहिक जीवन को बेहतर बनाने के लिए क्या करना चाहिए?

एक्सपर्ट का जवाब

मुंबई स्थित तत्वमसि परामर्श केंद्र की संस्थापक जंखाना जोशी कहती हैं कि शादीशुदा रिश्ते को चलाने के लिए बड़ी मेहनत लगती है। ऐसा इसलिए क्योंकि समय के साथ-साथ शादी में उत्साह कम होने लगता है। इस रिश्ते में जब जिम्मेदारियां बढ़ती हैं, तो कपल्स के बीच इंटीमेसी धीरे-धीरे खत्म होने लगती है।

आपके केस में भी मुझे ऐसा ही देखने को मिल रहा है। आप दोनों एक साथ एक छत के नीचे तो रह रहे हैं, लेकिन आपके बीच भावनात्मक दूरी बढ़ रही है। ऐसा तब ज्यादा होता है, जब प्यार-सम्मान और आकर्षण की भावनाओं को सुरक्षा-जुड़ाव और समझौतों में बदल दिया जाता है। 

शादी के पुराने दिनों याद करें

जैसा कि आपने बताया कि आप दोनों ही घर देर से लौटते हैं और खाना खाने के बाद सीधा सोने चले जाते हैं। वहीं वीकेंड का सारा टाइम आप अपनी बेटियों के साथ बिताते हैं। ऐसे में मैं आपसे पूछना चाहती हूं इन सब के बीच आपने अपने रिश्ते के लिए समय कब निकाला?

दरअसल, आप दोनों अपनी-अपनी दिनचर्या को एक-दूसरे से ज्यादा महत्व देने लगे हैं। जोड़े के रूप में आपने उस ऊर्जा-स्वतंत्रता, उत्साह और स्नेह को बहुत पीछे छोड़ दिया, जिसने रिश्ते की शुरूआत में आप दोनों को करीब लाने में मदद की थी। मेरी कहानी: मेरी सास ने मुझे मेरे किराएदार के साथ देख लिया, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं कहा है

एक-दूसरे से एक्सप्रेस करें प्यार

मैं इस बात को मानती हूं कि शादी के 13 साल बाद जिम्मेदारियों का बढ़ना तय है, लेकिन इसके बाद भी मैं आपको यही सलाह दूंगी कि अपने पति के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए हर महीने कम से कम एक दिन जरूर निकालें। आप दोनों कितने भी बिजी क्यों न हो जाएं, बच्चों के बिना भी डेट नाइट्स प्लान की जा सकती है।

यह न केवल आप दोनों को करीब लाने में मदद करेगा बल्कि इससे शादी में खो चुका स्पार्क भी वापिस आएगा। यही नहीं, बेड टाइम के दौरान आप दोनों ही अपना-अपना फोन दूर रखें। ऐसा इसलिए खुद को फोन या टीवी से दूर रखेंगे, तो एक दूसरे के साथ बात करने का और समय बिताने का ज्यादा वक्त मिलेगा। मेरी कहानी: मेरी पत्नी ने शादी से पहले एक ऐसा समझौता करने पर जोर दिया, जो शायद ही किसी ने किया हो

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