Chanakya Niti: सफलता चूमेगी आपके कदम ! बस चाणक्य की इन 5 बातों पर करें अमल, जाने खास बातें
चाणक्य ने अपनी नीतियों में कई ऐसी बातें बताई है जिन पर अमल करने से एक आम व्यक्ति भी बड़ी से बड़ी सफलता आसानी से हासिल कर सकता है।
Chanakya Niti: चाणक्य ने अपनी नीतियों में कई ऐसी बातें बताई है जिन पर अमल करने से एक आम व्यक्ति भी बड़ी से बड़ी सफलता आसानी से हासिल कर सकता है। चाणक्य को राजनीती से लेकर समाज तक हर वर्ग में काफी अनुभव था जिसके आधार पर वे नीतियां साझा करते रहते थें।
साथ ही वे जीवन, मित्र, जीवन साथी, शत्रु, पड़ोसी, धन, माता-पिता आदि पर आधारित नीतियां बता चुके हैं जो आज भी प्रयोग में लाई जा सकती है।
चाणक्य नीति की यह बातें आपको सफल बना देगी सफल
क्रोध पर संयम
चाणक्य के अनुसार क्रोध जीवन को नकारात्मक ऊर्जा की और लेकर जाती है। क्रोध करने से आपके काम बिगड़ जाते है साथ ही अपनों से सबंध भी खराब हो सकते हैं।
यदि आपको अत्यधिक क्रोध आता है तो आपका किसी के साथ भी अनावश्यक विवाद हो सकता है जो दुःख का कारण बन सकता है।
क्रोध करने से शरीर पर भी बुरा असर पड़ता है। कभी-कभी कोई व्यक्ति बिना वजह आपको परेशान करता है या आपके कार्य में बाधा डालता है तब क्रोध आता है। ऐसी ही परिस्थितियों में हमे क्रोध पर संयम रखना चाहिए।
अनुशासन
चाणक्य का कहना है कि अनुशासन जीवन को सरल और सफल बनाता है यदि आपके जीवन में अनुशासन नाम की कोई चीज नहीं है तो आप कभी सफल नहीं हो सकेंगे।
अनुशासन इसलिए जरुरी है क्योंकि जब आप अनुशासन में रहते हैं तो आपकी एक अलग ही छवि निखर कर आती है जो लोगो को काफी प्रभावित करती है साथ ही समय के महत्व को समझने में अनुशासन का हाथ होता है।
जीवन को अनुशासन के साथ व्यतीत करने में कभी भी कठिनाई नहीं होती है आपको केवल अपने मन को शांत रखना है और किसी भी परिस्थिति में इस संकल्प को नहीं भूलना है कि हमें अनुशासन का पालन करना है।
आलस
आलस आपके जीवन को बर्बाद कर सकता है, यदि आप समय पर अपने कार्य पूरा नहीं करेंगे तो हो सकता है भविष्य में आपको परेशानियों का सामना करना पड़ें।
हमेशा याद रखें कि एक बार यदि समय गुजर गया तो डरा नागि आएगा। आलस को त्यागना बहुत जरूरी होता है। व आलस करने से समय और शरीर दोनों नष्ट होता है।
अहंकार
चाणक्य कहते हैं अहंकार जीवन को एक गहरी खाई में धकेल देता है जहां केवल अंधेरा होता है। जहां आपके साथ कोई नहीं होगा।
आप अकेला महसूस करने लगेंगे। चाहे धन हो, बुद्धि हो, या समाज में नाम हो अहंकार करने से ये सभी नष्ट हो जाते हैं। किसी भी चीज़ की कोई अहमियत नहीं जाती।
अच्छी संगति चुनें
चाणक्य के अनुसार आपके मित्र अच्छे और सच्चे हों तो जीवन के हर पड़ाव पर आपके साथ खड़े रहेंगे फिर चाहे दुःख हो या सुख।
दोस्तों की आदत और अनुभवों का असर हमारे जीवन पर भी पड़ता है। दोस्त हम चुनते हैं इसलिए शुरुआत में ही दोस्त को परख लेना चाहिए यदि आपके दोस्त गलत गतिविधियों में रूचि रखते हो तो उन्हें तुरंत छोड़ देना चाहिए।