Chandigarh News: अवैध संबंध, ब्लैकमेलिंग और हत्या...Web Series की कहानी की तरह टैक्सी चालक की हत्या, पढें पूरी खबर
Chandigarh News: मोहाली के गांव कंडाला निवासी टैक्सी चालक सतवीर सिंह की हत्या अवैध संबंध के चलते हुई थी। सोहाना थाना पुलिस ने सोमवार को यह खुलासा कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी फरार है। पकड़े गए तीनों आरोपी गांव कंडाला के ही रहने वाले मेजर सिंह, उसकी पत्नी करनवीर, बेटा करनवीर सिंह हैं।
फरार आरोपी की पहचान
फरार आरोपी की पहचान करन सिंह निवासी जगतपुरा के रूप में हुई है।सतवीर 12 सितंबर से लापता था। उसका शव रविवार को राजपुरा से निकलती गंडाखेड़ी नहर से टैक्सी समेत मिला था। पकड़े गए तीनों आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
टैक्सी समेत शव बरामद
डीएसपी सिटी-2 एचएस बल ने बताया कि सतवीर सिंह के लापता होने की शिकायत परिवार ने पुलिस को दी थी। इसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई। इस दौरान गंडाखेड़ी नहर से टैक्सी समेत उसका शव बरामद हुआ।
मामले की जांच में खुलासा
पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि मेजर सिंह की पत्नी से सतवीर सिंह के अवैध संबंध थे। सतवीर ने मेजर सिंह की पत्नी की आपत्तिजनक तस्वीरें खींचकर उसे भेजा था और धमकी दे रहा था कि वह उसे 10 लाख रुपये दे नहीं तो वह उसकी पत्नी की तस्वीरें वायरल कर देगा। मेजर सिंह ने उसे काफी समझाया, पर वह नहीं माना।
पत्नी की अश्लील तस्वीरें
वहीं, पत्नी की अश्लील तस्वीरें देखकर मेजर सिंह भड़क गया था और उसने सतवीर को मारने की योजना बनाई। इससे पहले उसने पत्नी को पीटा तो पत्नी ने माफी मांगते हुए उसकी सारी बात मानने की शर्त मान ली। इसके बाद पत्नी, बेटे और जगतपुरा में रहने वाले एक दोस्त के साथ मिलकर मेजर ने सतवीर की हत्या की साजिश रची।
पैसे देने के बहाने सतवीर को बुलाया
इसके बाद उन्होंने पैसे देने के बहाने सतवीर को बुलाया। एयरपोर्ट चौक के पास पड़ते शराब के ठेके के पीछे मेजर सिंह, करन सिंह और सतवीर सिंह ने शराब पी। जब सतवीर नशे में बेसुध हो गया तो करन ने साथ लाए गरारीनुमा हथियार (साइकिल की गरारी पर रॉड लगाकर बनाया हथियार) से सतवीर के गले पर वार किया। वहीं मेजर सिंह ने तलवार से सतवीर के शरीर पर कई वार किए। इसके बाद उसके शव को गाड़ी समेत नहर में धकेल दिया।
पुलिस ने बताया कि लाश को ठिकाने लगाने के बाद बेटे मेजर सिंह ने अपने बेटे करनवीर सिंह को फोन किया और कहा कि लाश को ठिकाने लगा दिया। वह उन्हें लेने के लिए नहर के पास आ जाए। इसके बाद बेटा वहां पहुंचा और उन्हें अपने साथ ले आया।