Haryana Politics : पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह छोड़ सकते हैं भाजपा
Haryana Politics : हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर से बड़ी हलचल होने जा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अलविदा कह सकते हैं। हालांकि बीरेंद्र सिंह की तरफ से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन शनिवार को बीरेंद्र सिंह के समर्थकों ने जींद में प्रेस कान्फ्रेंस कर इसके संकेत दे दिए।
बीरेंद्र सिंह के साथी शिवनारायण शर्मा, सोमबीर पहलवान ने जींद में पत्रकारों से बातचीत की और दावा कि भाजपा में बीरेंद्र सिंह और उनके कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है, इसलिए दो अक्टूबर को जींद में आयोजित हो रहे मेरी आवाज सुनो कार्यक्रम के मंच से बीरेंद्र सिंह बड़ा फैसला लेंगे। बीरेंद्र सिंह के समर्थकों ने दावा कर डाला है कि अब भाजपा को अलविदा करने का समय आ गया है।
उनका नया ठिकाना कहां होगा, यह अभी क्लीयर नहीं हुआ है लेकिन उनकी प्राथमिकता कांग्रेस पार्टी ही रहेगी। बीरेंद्र समर्थकों ने कहा कि पिछले ५० साल से किसानों की अनदेखी हो रही है। बीरेंद्र सिंह हमेशा से ही किसान और कमेरे वर्ग की लड़ाई लड़ते आए हैं। भाजपा में उनकी आवाज को सही तरीके से नहीं सुना गया। इसलिए दो अक्टूबर की रैली में बड़ा फैसला लेंगे।
बता दें कि दो अक्टूबर को जींद के एकलव्य स्टेडियम में मेरी आवाज सुनो कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। पिछले काफी समय से बीरेंद्र सिंह और उनके समर्थक इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हैं और रैलियां निकाल रहे हैं। खुद उनके सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह भी बाइक रैली निकालकर लोगों को कार्यक्रम में पहुंचने का आमंत्रण दे रहे हैं। बीरेंद्र सिंह कांग्रेस पार्टी को छोडक़र ही भाजपा में शामिल हुए थे। उनकी धर्मपत्नी प्रेमलता भाजपा से विधायक रह चुकी हैं। उनके बेटे सांसद बृजेंद्र सिंह हिसार लोकसभा क्षेत्र से वर्तमान में सांसद हैं।