Ganga Expressway: समय से पहले पूरा होगा गंगा एक्सप्रेस-वे, यूपीडा CEO ने ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट की दी जानकारी, पढ़े पूरी खबर

योगी सरकार की महत्वाकांक्षी ग्रीन फील्ड परियोजना गंगा एक्सप्रेसवे तय समय से पहले पूरी होने की उम्मीद है। मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और पहला मील का पत्थर निर्धारित समय से पहले पूरा कर लिया गया है। आपको बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे को कुंभ मेला-2025 से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार की मंशा लोकसभा चुनाव से पहले एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्सों को शुरू करने की भी है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र भूषण ने गुरुवार को यूपीडा की बैठक में गंगा एक्सप्रेसवे एक्सेस कंट्रोल्ड (ग्रीन फील्ड) परियोजना के निर्माण कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पहले चरण का काम निर्धारित समय से पहले पूरा कर लिया गया है।
गंगा एक्सप्रेसवे के लिए आवश्यक कुल भूमि की खरीद और अधिग्रहण कर लिया गया है। इसके साथ, परियोजना के तहत 87 प्रतिशत से अधिक सी एंड जी (क्लियरिंग और ग्रबिंग) और 16 प्रतिशत मिट्टी का काम किया गया है।
10 वाहन अंडरपास (एसवीयूपी) और 91 बॉक्स पुलियों का निर्माण भी पूरा हो चुका है। परियोजना के लिए निर्धारित पहले मील के पत्थर को प्राप्त करने की गति के सापेक्ष निर्माण कार्य की प्रगति आगे है।
ज्ञात हो कि गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य 12 पैकेजों को चार समूहों (प्रत्येक समूह में तीन पैकेज) में बांट कर किया जा रहा है।
आपात स्थिति में भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग-टेक-ऑफ के लिए शाहजहाँपुर में 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी भी विकसित की जानी है। साथ ही राज्य की दो महत्वपूर्ण नदियों गंगा और रामगंगा पर एक लंबा पुल भी बनाया जाना है। संरेखण। ई आल्सो। एक्सप्रेसवे।
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ जिले से शुरू होकर हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज में समाप्त होगा।
594 किमी प्रस्तावित (एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीन फील्ड) गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के चार समूहों का निर्माण आईआरबी इंफ्रास्ट्रक्चर और अदानी इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा किया जा रहा है। बैठक में प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अनिल कुमार सागर एवं यूपीडीए के अपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चंद्र वर्मा सहित अन्य उपस्थित थे।