nigamratejob-logo

हरियाणा को मिलेगी बड़ी सौगात, देश का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे लगभग तैयार, देखें कैसे होगा फायदा

 | 
हरियाणा को मिलेगी बड़ी सौगात, देश का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे लगभग तैयार, देखें कैसे होगा फायदा 

Haryana News: देश के पहले एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेस-वे यानी द्वारका एक्सप्रेस-वे (Dwarka Expressway) का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इस एक्‍सप्रेसवे के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया है।

29 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे


आपका बता दें कि द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है। 18.9 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा में पड़ता है जबकि दिल्‍ली में यह एक्‍सप्रेसवे 10 किलोमीटर में बनाया जा रहा है। द्वारका एक्‍सप्रेसवे के बनने से दिल्‍ली-गुरुग्राम के बीच आना-जाना आसान होगा।

प्रोजेक्ट अगले छह महीने के भीतर हर हाल में पूरा


इस बारे केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी कि द्वारका एक्सप्रेस-वे का पूरा प्रोजेक्ट अगले छह महीने के भीतर हर हाल में पूरा किया जाएगा। प्रोजेक्ट का गुरुग्राम भाग एक से डेढ़ महीने के भीतर चालू कर दिया जाएगा। इस भाग का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है लेकिन कुछ कमियां हैं, जिन्हें दूर करने के बाद ही चालू किया जाएगा।

गडकरी  ने दी जानकारी 

गडकरी ने ये भी कहा कि जैसे-जैसे निर्माण पूरा होगा वैसे-वैसे एक्सप्रेस-वे के भाग को चालू किया जाएगा। इसमें विधिवत उद्घाटन का इंतजार नहीं किया जाएगा। हालांकि प्रोजेक्ट का विधिवत शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कराया जाएगा।

निरीक्षण करने पहुंचे थे केंद्रीय मंत्री

निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण करने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सबसे पहले खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक बनाए गए फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर पर पहुंचे। उनके साथ दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, केंद्रीय योजना, सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह, दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी और सांसद प्रवेश वर्मा भी थे।

निर्माणाधीन ड्रेन सिस्टम के बारे में भी जानकारी


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एनएचएआइ से फुल क्लोवरलीफ फ्लाईओवर के नजदीक निर्माणाधीन ड्रेन सिस्टम के बारे में भी जानकारी हासिल की। उन्होंने लोगों की सुरक्षा के लिए क्या-क्या इंतजाम किए गए हैं, इस बारे में भी सवाल किया।एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी का भी उन्होंने अवलोकन किया। उन्होंने गुरुग्राम के साथ ही दिल्ली भाग का भी निरीक्षण किया।

देश का पहला एक्सप्रेस-वे


आपको बता दें कि देश का पहला एक्सप्रेस-वे होगा जिसका एलिवेटेड भाग सिंगल पिलर के ऊपर बनाया जा रहा है। इसके निर्माण में दो लाख एमटी स्टील का इस्तेमाल किया जाएगा जो कि एफिल टावर के निर्माण की तुलना में 30 गुना अधिक है। 20 लाख सीयूएम कंक्रीट का इस्तेमाल होगा, जो कि बुर्ज खलीफा की तुलना में छह गुना अधिक है। 12 हजार पेड़ों का ट्रांसप्लांट किया गया है।

दिल्ली और आसपास के ट्रैफिक से राहत


दरअसल, दिल्ली और आसपास ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए 60 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के ऊपर काम चल रहा है। 25 हजार करोड़ रुपये के कार्य पूरे हो चुके हैं। 33 हजार करोड़ रुपये के कार्य चल रहे हैं। छह हजार करोड़ रुपये के कार्य शुरू होने हैं।

सरकारी योजनाएं

सक्सेस स्टोरी