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खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके 6 साथी गिरफ्तार, पंजाब में इंटरनेट बंद

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके 6 साथियों को पंजाब पुलिस ने जालंधर के मैहतपुर इलाके में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया।
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खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके 6 साथी गिरफ्तार

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके 6 साथियों को पंजाब पुलिस ने जालंधर के मैहतपुर इलाके में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। उस समय ये सभी मोगा की ओर जा रहे थे। यह गिरफ्तारी अजनाला थाने पर हमले से जुड़े केस में हुई है।

पंजाब पुलिस के घेरा डालते ही अमृतपाल खुद गाड़ी में बैठकर लिंक रोड से होते हुए भाग गया। पुलिस की करीब 100 गाड़ियां उसके पीछे लग गईं। अमृतपाल को जालंधर के नकोदर एरिया से गिरफ्तार करने की सूचना है। अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है।

इस बीच हालात की गंभीरता को भांपते हुए पंजाब के कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

पंजाब पुलिस के घेराबंदी करने के बाद गाड़ी में बैठकर भागते अमृतपाल सिंह का वीडियो सामने आया।

खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल के खिलाफ 3 केस दर्ज हैं जिनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी की गिरफ्तारी से नाराज होकर अमृतपाल ने 23 फरवरी को समर्थकों के साथ मिलकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस केस में उस पर कार्रवाई नहीं होने के चलते पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी।

जालंधर-मोगा पुलिस का जॉइंट ऑपरेशन
शनिवार को अमृतपाल ने जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में कार्यक्रम रखे थे। शाहकोट-मलसियां इलाके में उसके प्रोग्राम के लिए समर्थक सुबह से जुटने लगे थे। इस प्रोग्राम से पहले ही जालंधर और मोगा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में गुपचुप तरीके से अमृतपाल को गिरफ्तार करने की रणनीति बना ली थी। इसके लिए आसपास के कई जिलों से रातोंरात पुलिस फोर्स बुला ली गई। जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर भी सुबह से ही भारी नाकेबंदी कर दी गई।

शनिवार दोपहर लगभग 1 बजे जैसे ही अमृतपाल का काफिला जालंधर के मैहतपुर कस्बे के नजदीक पहुंचा, पुलिस ने घेरा डाल लिया। काफिले में सबसे आगे चल रही 2 गाड़ियों में सवार 6 लोगों को पकड़ लिया गया। अमृतपाल की मर्सिडीज कार काफिले में तीसरे नंबर पर थी। पुलिस को देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। जालंधर और मोगा पुलिस उसके पीछे लग गई।

जालंधर के शाहकोट में तैनात भारी पुलिस बल।

जालंधर के शाहकोट में तैनात भारी पुलिस बल।

अमृतपाल ने की समर्थकों से इकट्‌ठा होने की अपील
पुलिस को गिरफ्तार किए गए अमृतपाल के 6 साथियों से कई हथियार मिले हैं। इन्हें जालंधर के मैहतपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। अमृतपाल का कार में बैठकर भागते हुए का एक वीडियो भी सामने आया। इस वीडियो में अमृतपाल गाड़ी की अगली सीट पर बैठा नजर आ रहा है और अपने समर्थकों से इकट्‌ठा होने की अपील कर रहा है। गाड़ी में मौजूद अमृतपाल के समर्थक यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि पुलिस उनके पीछे लगी है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, लगभग डेढ़ घंटा पीछा करने के बाद पुलिस ने अमृतपाल को नकोदर एरिया से गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस का कोई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा।

सोशल मीडिया पर लाइव हुआ अमृतपाल का करीबी
अमृतपाल के करीबी भगवंत सिंह उर्फ बाजेके को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मोगा के रहने वाले भगवंत सिंह को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अपने खेतों में पशुओं के लिए चारा काट रहा था। पांच गाड़ियों में पहुंचे पुलिसवालों ने खेतों में घेरा डालकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को देखते ही भगवंत सिंह सोशल मीडिया पर लाइव हो गया और अपनी तरफ बढ़ रहे पुलिसवालों को दिखाने लगा।

भगवंत सिंह के खिलाफ हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर फोटो डालने को लेकर केस दर्ज हो चुका है। वह पंजाब सरकार के खिलाफ और अमृतपाल के हक में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालता रहा है।

पंजाब पुलिस ने की नाकाबंदी।

पंजाब पुलिस ने की नाकाबंदी।

अजनाला थाने पर किया था हमला
गौरतलब है कि पिछले महीने 23 फरवरी को खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े हजारों लोगों ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। ये लोग संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। इनके हमले के बाद दबाव में आई पंजाब पुलिस ने आरोपी को रिहा करने का ऐलान कर दिया था।

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पुलिस ने उग्र भीड़ को रोकने के लिए बैरीकेड लगाए थे, लेकिन ये उन्हें तोड़कर अंदर घुस गए। झड़प में 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए। अमृतपाल सिंह ने कहा- पुलिस कर्मियों के घायल होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है। सच तो यह है कि वह गिरने के बाद घायल हुए। हमारे 10-12 लोगों को चोटें आई हैं। उसने चेतावनी दी कि 24 घंटे के भीतर तूफान सिंह को रिहा कर दिया जाए (पूरी खबर पढ़ें)

थाने पर हमला, पंजाब पुलिस पीछे क्यों हटी:खालिस्तान समर्थक अमृतपाल श्रीगुरु ग्रंथ साहिब लाया, तलवारें-बंदूकें भी थीं इसलिए एक्शन नहीं लिया

हमलावर तलवार और बंदूकें साथ लाए थे। उनके पास श्री गुरुग्रंथ साहिब की पवित्र बीड़ भी थी। ऐसे में जवान पीछे हट गए। टीवी चैनल को दिए बयान में रंधावा ने एक्शन ना लेने की यही वजह बताई है 

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल का दावा:मैं इंडियन सिटीजन नहीं हूं, पासपोर्ट सिर्फ यात्रा का डॉक्यूमेंट

पंजाब के अजनाला थाने पर समर्थकों संग हमला करने वाले खालिस्तान समर्थक 'वारिस पंजाब दे' चीफ अमृतपाल ने खुद को भारतीय नागरिक मानने से इनकार कर दिया है। अमृतपाल ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा - मैं खुद को इंडियन सिटीजन नहीं मानता

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके 6 साथियों को पंजाब पुलिस ने जालंधर के मैहतपुर इलाके में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। उस समय ये सभी मोगा की ओर जा रहे थे। यह गिरफ्तारी अजनाला थाने पर हमले से जुड़े केस में हुई है।

पंजाब पुलिस के घेरा डालते ही अमृतपाल खुद गाड़ी में बैठकर लिंक रोड से होते हुए भाग गया। पुलिस की करीब 100 गाड़ियां उसके पीछे लग गईं। अमृतपाल को जालंधर के नकोदर एरिया से गिरफ्तार करने की सूचना है। अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है।

इस बीच हालात की गंभीरता को भांपते हुए पंजाब के कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।

पंजाब पुलिस के घेराबंदी करने के बाद गाड़ी में बैठकर भागते अमृतपाल सिंह का वीडियो सामने आया।

खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल के खिलाफ 3 केस दर्ज हैं जिनमें से दो मामले अमृतसर जिले के अजनाला थाने में हैं। अपने एक करीबी की गिरफ्तारी से नाराज होकर अमृतपाल ने 23 फरवरी को समर्थकों के साथ मिलकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इस केस में उस पर कार्रवाई नहीं होने के चलते पंजाब पुलिस की काफी आलोचना हो रही थी।

जालंधर-मोगा पुलिस का जॉइंट ऑपरेशन
शनिवार को अमृतपाल ने जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में कार्यक्रम रखे थे। शाहकोट-मलसियां इलाके में उसके प्रोग्राम के लिए समर्थक सुबह से जुटने लगे थे। इस प्रोग्राम से पहले ही जालंधर और मोगा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में गुपचुप तरीके से अमृतपाल को गिरफ्तार करने की रणनीति बना ली थी। इसके लिए आसपास के कई जिलों से रातोंरात पुलिस फोर्स बुला ली गई। जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर भी सुबह से ही भारी नाकेबंदी कर दी गई।

शनिवार दोपहर लगभग 1 बजे जैसे ही अमृतपाल का काफिला जालंधर के मैहतपुर कस्बे के नजदीक पहुंचा, पुलिस ने घेरा डाल लिया। काफिले में सबसे आगे चल रही 2 गाड़ियों में सवार 6 लोगों को पकड़ लिया गया। अमृतपाल की मर्सिडीज कार काफिले में तीसरे नंबर पर थी। पुलिस को देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। जालंधर और मोगा पुलिस उसके पीछे लग गई।

जालंधर के शाहकोट में तैनात भारी पुलिस बल।

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अमृतपाल के करीबी भगवंत सिंह उर्फ बाजेके को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मोगा के रहने वाले भगवंत सिंह को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह अपने खेतों में पशुओं के लिए चारा काट रहा था। पांच गाड़ियों में पहुंचे पुलिसवालों ने खेतों में घेरा डालकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को देखते ही भगवंत सिंह सोशल मीडिया पर लाइव हो गया और अपनी तरफ बढ़ रहे पुलिसवालों को दिखाने लगा।

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पंजाब पुलिस ने की नाकाबंदी।

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गौरतलब है कि पिछले महीने 23 फरवरी को खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' से जुड़े हजारों लोगों ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इनके हाथों में बंदूकें और तलवारें थीं। ये लोग संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। इनके हमले के बाद दबाव में आई पंजाब पुलिस ने आरोपी को रिहा करने का ऐलान कर दिया था।

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गैंगस्टर लॉरेंस के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू मामले में अब वारिस पंजाब दे के जत्थेदार अमृतपाल सिंह का बयान सामने आया है। अमृतपाल सिंह ने सरकारों को सिखों के खून का दुश्मन बताया है 

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