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Kurukshetra Lok Sabha Election 2024: हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा में सबसे ज्यादा जाट वोटर, इस बार फिर बाहरी उम्मीदवार उतरे मैदान में

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Kurukshetra Lok Sabha Election 2024: हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा में सबसे ज्यादा जाट वोटर, इस बार फिर बाहरी उम्मीदवार उतरे मैदान में

Kurukshetra Lok Sabha Election 2024: हरियाणा समेत कई राज्यों में लोकसभा चुनाव की आज रणभेरी हो सकती है। इससे पहले सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याभी भी चुनावी दंगल में उतारने शुरु कर दिये हैं। 

हरियाणा की बात करें तो यहां 10 लोकसभा सीटे हैं। अभी सिर्फ आम आदमी पार्टी ने कुरुक्षेत्र सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। वहीं बाकी राजनीतिक दलों में अभी इसे लेकर बैठकों का दौर जारी है। 


कुरुक्षेत्र में क्या है जातीय समीकरण ?
हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण हावी रहने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। 

कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में लगभग 18 लाख मतदाता है। इनमें सबसे अधिक जाट मतदाताओं की संख्या है। यहां जाट मतदाता 14 % है और इसके साथ ही 4% जट सिख मतदाता है। दूसरे नंबर पर ब्राह्मण और सैनी मतदाताओं की संख्या 8-8% है। 

पंजाबी समुदाय के 6% मतदाता है। जबकि अग्रवाल समुदाय के 5% मतदाता है। रोड मतदाताओं की संख्या 3% तथा सामान्य वर्ग से संबंध रखने वाले मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 0.5% है। इसी प्रकार ईसाई मतदाताओं की संख्या भी 0.5% है। राजपूत मतदाताओं की संख्या 1.5% है।

वहीं इसके अतिरिक्त ओबीसी मतदाताओं पर नजर डाली जाए तो सैनी मतदाताओं की संख्या 8% और सिख सैनी मतदाताओं की संख्या 2.3% है। कंबोज 1.5% और कंबोज सिख भी 1.5% प्रतिशत है। कश्यप राजपूत मतदाताओं की संख्या 3% और गुर्जर मतदाताओं की संख्या भी 3% है। 

रामगढ़िया, लबाना इत्यादि 2% और ओबीसी में आने वाले मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 1.7% है। ओबीसी से संबंध रखने वाली अन्य जातियों के मतदाताओं की संख्या लगभग 12% है। 

इसी प्रकार अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले चमार मतदाताओं की संख्या 11.44%। वाल्मीकि समुदाय 7% और बाजीगर मतदाताओं की संख्या 2% है। वही मजहबी मतदाताओं की संख्या 1% तथा रामदासिया,धानक इत्यादि मतदाताओं की संख्या 2.06% है।

ब्राह्मण और सैनी मतदाता बराबर
इस प्रकार जातीय समीकरण के हिसाब से देखा जाए तो कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक जाट और जट सिख मतदाताओं के लगभग 18% वोट है। उसके बाद दूसरे नंबर पर दलित मतदाताओं की संख्या 11.44 % है। वहीं ब्राह्मण और सैनी मतदाताओं की संख्या लगभग बराबर 8% है।

तीन जिलों के 9 विधानसभा क्षेत्र
कुरूक्षेत्र संसदीय क्षेत्र में नौ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिनमें कैथल जिले के कैथल, गुहला, पुंडरी तथा कलायत विधानसभा क्षेत्र है। इसी प्रकार कुरुक्षेत्र जिले के थानेसर, शाहाबाद, लाडवा और पिहोवा विधानसभा क्षेत्र तथा यमुनानगर जिले का एक विधानसभा क्षेत्र रादौर इस सीट में आता है। इस लोकसभा क्षेत्र में गुहला, शाहाबाद तथा रादौर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।

कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर बाहरी उम्मीदवार ही रहे हैं भारी
1977 में कुरुक्षेत्र के नाम से संसदीय क्षेत्र का गठन हुआ। इससे पहले इसका इसका नाम कैथल लोकसभा क्षेत्र था। 1977 में कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र से जनता पार्टी के उम्मीदवार भारतीय क्रांति दल के चुनाव चिन्ह पर लड़कर रघुवीर सिंह विर्क ने अपना परचम लहराया। 

सरदार रघुवीर सिंह विर्क करनाल के निवासी थे। 1980 में चौधरी देवीलाल ने नारनौल निवासी मनोहर लाल सैनी को जनता पार्टी सेकुलर के टिकट पर चुनाव लड़वाया और मनोहर लाल सैनी ने जीत हासिल की। 1984 में कांग्रेस के सरदार हरपाल सिंह टोहाना निवासी इस क्षेत्र से निर्वाचित घोषित हुए। 

1989 में चौधरी देवीलाल ने जनता दल के टिकट पर गुरदयाल सिंह सैनी को चुनाव मैदान में उतारा और वह विजय हुए। गुरदयाल सिंह सैनी का पैतृक गांव कैंथला खुर्द उस समय जिला करनाल में था और नीलोखेड़ी विधानसभा के अंतर्गत आता था। 

1991 में कांग्रेस के कुरूक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार करनाल निवासी सरदार तारा सिंह ने विजय प्राप्त की। जबकि 1996 में हरियाणा विकास पार्टी तथा भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार हिसार निवासी देश के जाने-माने उद्योगपति ओमप्रकाश जिंदल ने हरियाणा विकास पार्टी के टिकट पर विजय प्राप्त की।

एकमात्र सांसद प्रो.कैलाशो सैनी है कुरुक्षेत्र निवासी
1998 तथा 1999 में कुरुक्षेत्र के गांव प्रतापगढ़ निवासी इंडियन नेशनल लोकदल की प्रो.कैलाशो सैनी इस क्षेत्र से लगातार दो बार सांसद बनी। कैलाशो सैनी ही एकमात्र ऐसी विजय उम्मीदवार रही जो की कुरुक्षेत्र निवासी थी। 

2004 तथा 2009 में कांग्रेस के उम्मीदवार प्रसिद्ध उद्योगपति हिसार निवासी नवीन जिंदल निर्वाचित घोषित हुए। 2014 में भाजपा ने नारायणगढ़ निवासी राजकुमार सैनी को चुनावी मैदान में उतारा और वह विजयी रहे। इसी प्रकार 2019 में भाजपा ने एक बार फिर नारायणगढ़ निवासी नायब सैनिक पर दाव खेला और नायब सैनी ने विजय प्राप्त की।

आप ने सुशील गुप्ता को उतारा
2024 के होने वाले लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन ने आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं दिल्ली से पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ.सुशील गुप्ता दिल्ली के रहने वाले हैं उनको चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि भाजपा ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

इनेलो के अभय सिंह चौटाला मैदान में
2024 के होने वाले लोकसभा चुनाव में इनेलो की तरफ से भी उम्मीदवार का ऐलान कर दिया गया है। इनेलो की तरफ से प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला चुनाव लड़ेंगे। पार्टी की तरफ से उनके नाम का ऐलान किया गया है। इससे पहले 2004 में अभय सिंह यहां से चुनाव लड़ चुके हैं वहीं पिछले चुनाव में उनके बेटे अर्जुन चौटाला ने चुनाव लड़ा था।

बीजेपी की तरफ से नवीन जिंदल की सबसे ज्यादा संभावना
कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर नवीन जिंदल के बीजेपी के उम्मीदवार होने की संभावना सबसे ज्यादा है। जिंदल के अलावा धर्मबीर मिर्जापुर समेत 3-4 अन्य नाम भी शामिल है। अभी तक उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया गया है।

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