Lawrence Bishnoi Gang: युवाओं को भर्ती कर रहा है लॉरेस बिश्नोई गैंग, नौजवान युवाओं को दे रहे नौकरी
Lawrence Bishnoi Gang: अपराध की दुनिया में काम करवाने के लिए लॉरेस बिश्नोई गैंग युवाओं को भर्ती करने का काम कर रहा है। जिसके लिए आयु सीमा 16 साल से लेकर 26 साल होनी जरूरी है। गैंग का मकसद नौजवान युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नौकरी देना है। इसके लिए लॉरेंस बिश्नोई का जेल में बंद गुर्गा नरेश शेट्टी छोटी उम्र के युवाओं को जो जेल में है उनको बहलाकर ब्रेन वाश कर भर्ती कर रहा है। आपको बता दें की लॉरेंस बिश्नोई की क्राइम कंपनी ने देश में तहलका मचा रखा है।
ये खतरनाक गैंग पुलिस के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। हत्याएं, वसूली, हथियारों की सप्लाई हर क्राइम पुलिस की आंख के नीचे हो रहा है और वजह है पूरे देश में इस गैंग का फैलना।
ये एक क्राइम सिंडिकेट बन चुका है, जो सोची समझे प्लान्ड तरीके से अपराधों को अंजाम दे रहा है और इस गैंग की सबसे बड़ी ताकत बन चुके हैं युवा।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग बना रहा लड़कों को क्रिमिनल
लॉरेंस बिश्नोई अपने गैंग में 16 साल से लेकर 26 साल के लड़कों को भर्ती किया जा रहा है। खुद दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग में नए लड़कों की धड़ल्ले से भर्ती की जा रही है और भर्तियां कर रहा है बिश्नोई गैंग का एक गैंगस्टर नरेश शेट्टी। आपको बता दें की पिछले कुछ दिनों में ही 500 से ज्यादा नए लड़के इस क्राइम सिंडिकेट का हिस्सा बन चुके हैं।
नरेश शेट्टी कर रहा है लड़कों का ब्रेन वाश
नरेश शेट्टी लड़कों को अपने जाल में फंसाते हैं। पुलिस की नाक के नीचे ही नरेश शेट्टी अपने गैंग के लिए नए लड़के ढूंढता है।
छोटी उम्र के लड़के जो छोटे-मोटे अपराधों की जेल में सजा काट रहे होते हैं ये उन्हें अपने वश में करता है।
उनका ब्रेन वाश किया जाता है।
इस काम के लिए उन्हें लॉरेंस बिश्नोई के वीडियो दिखाए जाते हैं।
नरेश शेट्टी लॉरेंस का हाईप्रोफाइल अंदाज दिखाकर ऐसे लड़कों को अपने वश में करता है।
भर्ती करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल
जो लड़के इसकी बातों में आ जाते हैं तो सोशल मीडिया के जरिए उन्हें गैंग की मेंबरशिप दी जाती है।
सोशल साइट्स के जरिए ही इन लड़कों को आगे के टास्क दिए जाते हैं।
इन लड़कों को ये समझा दिया जाता है कि वो अब एक बड़े सिंडिकेट का हिस्सा हैं और अगर वो अच्छे से अपराधों को अंजाम देंगे तो उनका नाम मशहूर हो जाएगा।
अपराधों को अंजाम देने के लिए इन लड़कों को लेटेस्ट हथियार भी दिए जाते हैं जिससे इन्हें लगता है कि ये कुछ बड़ा कर रहे हैं।
लड़को को दिए जाते हैं कोडवर्ड
नरेश सोशल साइट्स के जरिए दूसरी जेलों के कैदियों से भी कनेक्ट होता है। इसके निशाने पर सबसे ज्यादा नाबालिग होते हैं, क्योंकि उनका ब्रेन वाश करना सबसे आसान होता है।
जानकारी के मुताबिक डेविल, बॉबी, रॉकेट, गो-गो- ये सब नाबालिग के कोड नाम रखे जाते हैं। .
अक्षय पुर्तगाल से कर रहा रंगदारी वसूलने का काम
नरेश शेट्टी का भतीजा अक्षय भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम कर रहा है। नरेश शेट्टी दिल्ली की मंडोली जेल में बंद है और उसका काम जेल के अंदर बंद लड़कों को गैंग का हिस्सा बनाना है।
इसके पहले भी वो जिस जेल में रहा वहां बंद युवा कैदियों को बिश्नोई गैंग में जोड़ता रहा। वहीं इसका भतीजा अक्षय फर्जी पासपोर्ट बनवाकर कुछ समय पहले कैलीफोर्निया भाग गया था।
अब बताया जा रहा है कि वो पुर्तगाल से दिल्ली एनसीआर में अक्षय कई लोगों को रंगदारी वसूलने के लिए फोन कर चुका है