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जाति प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर पटवारी लड़कियों और महिलाओं का करता था यौन शोषण, नाबालिग की मां ने कहा...

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जाति प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर पटवारी लड़कियों और महिलाओं का करता था यौन शोषण, नाबालिग की मां ने कहा...

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में एक पटवारी का घिनौना चेहरा सामने आया है. पटवारी जाति प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर लड़कियों और महिलाओं का यौन शोषण करता था. वह नाबालिग लड़कियों और महिलाओं के कपड़े उतरवाकर अपने मोबाइल से फोटो लेने के साथ ही वीडियो बनाता था. आरोपी उनसे कहता था कि ये 'बॉडी टेस्ट' है. अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.


जानकारी के अनुसार, पटवारी सूरजपुर जिले के गेतरा में पोस्टेड है. उसका नाम सैयद मोहम्मद रजा है. गेतरा के सरपंच गिरधारी आयाम ने बताया कि मामला 5 मई का है. नाबालिग के पिता पंचायत भवन में जाति प्रमाण-पत्र बनवाने पहुंचे थे. वहां से दस्तावेजों पर पांच गवाहों के हस्ताक्षर कराने के लिए गांव भेज दिया गया. नाबालिग लड़की पंचायत भवन में ही रही. 

जब लड़की के पिता वापस लौटे और उन्होंने सभी औपचारिकताएं पूरी कीं तो उनकी बेटी ने उन्हें बताया कि पटवारी ने मेरे कपड़े उतरवाकर फोटो खींची है. इसके बाद पीड़िता के पिता रात 10:30 बजे शिकायत दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंचे, लेकिन वहां महिला पुलिस अधिकारी नहीं होने की वजह से उन्हें लौटा दिया गया. नाबालिग की मां ने कहा कि पुलिस ने दो दिन बाद केस दर्ज किया था. अभी तक कार्रवाई नहीं की है. आरोपी अभी फरार है.

नाबालिग की मां ने कहा- पटवारी ने हमें पैसे देने की भी कोशिश की

नाबालिग की मां ने कहा कि पटवारी ने तीन और महिलाओं के साथ ऐसा किया है. पटवारी ने मेरी बेटी और मेरे पति का पीछा भी किया. चुप रहने का दबाव बनाया. पैसे देने की कोशिश की. हमसे माफी मांगी. कहा कि वो ऐसा दोबारा नहीं करेगा. अपना ट्रांसफर करवा लेगा.’

इस मामले में SDM सूरजपुर, रवि सिंह ने बताया कि पीड़िताओं ने जब पुलिस के पास जाकर पटवारी के खिलाफ केस दर्ज कराया तो मामले की जानकारी हुई. कलेक्टर से बात कर पटवारी को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस भी कार्रवाई कर रही है.

गांव में और महिलाओं के साथ भी ऐसा हुआ

नाबालिग की शिकायत के बाद कई और पीड़ित महिलाएं सामने आईं हैं. एक महिला ने कहा कि 'मेरे पति को पटवारी ने आधार कार्ड, राशन कार्ड और पासबुक की फोटोकॉपी करवाने के लिए पंचायत भवन से बाहर भेज दिया था. इसके बाद पटवारी ने पास आने को कहा. उसने कहा कि शरीर की जानकारी दर्ज की जाएगी. इसलिए कपडे़ हटाने होंगे. उसने गलत तरीके से छुआ.’

इस मामले में पुलिस ने साफ तौर पर कुछ भी कहने से मना कर दिया है. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी आरोपी को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. पटवारी की इस हरकत के बाद नाबालिग लड़कियां और महिलाएं लोक लज्जा के डर से शिकायत नहीं कर पा रही थीं.

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