दुनिया का इकलौता पहाड़ ! इस पर हैं 800 से ज्यादा मंदिर, जाने कहां है स्थित
बच्चों से लेकर जवान हर कोई अपनी छुट्टियां पहाड़ों पर बिताना चाहता है। क्योंकि यहां की प्राकृतिक चीजें हर किसी को लुभाती हैं।
बच्चों से लेकर जवान हर कोई अपनी छुट्टियां पहाड़ों पर बिताना चाहता है। क्योंकि यहां की प्राकृतिक चीजें हर किसी को लुभाती हैं। घूमने के लिए भारत में ऐसी खूबसूरत जगहों की कोई कमी नहीं। ऐसे में लोग पहाड़ों पर धार्मिक स्थानों पर घूमने के लिए जाते है। लेकिन आज हम आपने ही देश में एक ऐसा पहाड़ बताने जा रहे है जिस पर 10-20 नहीं, बल्कि 800 से ज्यादा मंदिर हैं। आइए इसके पीछे की पूरी कहानी बताते है।
बता दें कि दुनिया का यह इकलौता पहाड़ पालीताना शत्रुंजय नदी के तट पर बना शत्रुंजय पर्वत है। समुद्र तल से 164 फ़ीट ऊंचाई पर स्थित इस पहाड़ी पर सैकड़ों जैन मंदिर हैं। यहां जाने के लिए आपको पत्थरों की 375 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है।
इतने ज्यादा मंदिर होने की वजह से यहां लोगों की आस्था बहुत ज्यादा है, जिस वजह यहां हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
गुजरात के भावनगर जिले में स्थित यह पर्वत पर मुख्य शहर से करीब 50 किलोमीटर दूरी पर है। यहां पहले जैन तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने ध्यान लगाया था और पहला उपदेश दिया था। यहां 24 में से 23 तीर्थंकर भी पहुंचे थे। यहां के मंदिरों में विशेष नक्काशी भी की गई है।
नवंबर और दिसंबर महीने में कार्तिक पूर्णिमा के दिन काफी संख्या में लोग शत्रुंजय पहाड़ी पर दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। माना जाता है कि जैन धर्म के संस्थापक आदिनाथ ने पर्वत के शिखर पर एक वृक्ष के नीचे तपस्या की थी।
यहां पर आज भी भगवान आदिनाथ का मंदिर है। यहां मुस्लिम संत अंगार पीर की मजार भी है। बताते हैं कि उन्होंने मुगलों से शंत्रुजय पहाड़ी की रक्षा की। इसलिए मुस्लिम लोग भी यहां आते हैं।