दुनिया की सबसे भूतिया स्क्रिप्ट, जिसे पढ़कर 6 एक्टर मरे, 27 साल तक इस फिल्म की नाकाम कोशिश हुई
अटूक एक ऐसी हॉलीवुड फिल्म जो आज तक नहीं बन पाई। इस फिल्म की स्क्रिप्ट जिस भी एक्टर ने पढी उसकी मृत्यु हो गई । पता नहीं ऐसा इस स्क्रिप्ट में क्या था। 27 साल की नाकाम कोशिश के बाद यह फिल्म नहीं बनी और स्क्रिप्ट को शापित मानकर उसे कहीं छुपाना पड़ा। आज हम एक ऐसी अनसुनी दास्तान दुनिया के सामने ला रहे हैं। शापित फिल्म स्क्रिप्ट टू की कहानी है।
1963 की बात है एक कनाडियन फिल्म राइटर जिसने एक स्टोरी लिखी, स्टोरी में अटूक शब्द का इस्तेमाल किया गया। इस कहानी एक लड़की जो कनाडा के बफिन आईलैंड में छुट्टियां बिताने के लिए यहां पर आई थी। यह एक लड़का उसे देखते ही एक तरफा मोहब्बत करना लगा। लड़का बहुत ज्यादा गरीब था और लड़की बहुत ज्यादा अमीर थी। छुट्टियां बीता कर जब लड़की वापस अपने शहर गांव की तरफ जा रही थी. तो लड़के ने उस लड़की का पीछा करते हुए उसके शहर में पहुंच गया। समय बीतता गया लेकिन दोनों की मुलाकात नहीं हो पाई थी। इसी बीच लड़का एक अमीर शख्स की बेटी की जान बचाता है। जिससे खुश होकर वह अमीर धन-दौलत देता है।
लड़के को यह अमीरी नहीं सुहा रही थी। क्योंकि उसे तो बस उस लड़की से मिलने का बेसब्री से इंतजार था। उसे ना मिलने के गम में वह पागल हो जाता है. और 1 दिन उसकी मौत हो जाती है। दोनों की दर्दनाक प्रेम कहानी को विभिन्न आईलैंड में एक लोकगीत की तरह भी गाया जाने लगा. जिस से प्रभावित होकर रिचलर ने यह नोबेल लिखी थी। इस नोबल को 70 के दशक में मैसूर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ने नोवल को पढ़ा। तो उनके दिमाग में एक फिल्म बनाने का आईडिया आया। उन्होंने अटूक नाम से फिल्म बनाने का फैसला कर लिया। प्रोडक्शन हाउस यूनाइटेड आर्टिस्ट इस फिल्म में पैसा लगाने के लिए भी मना लिया गया लिखने के लिए। उन्होंने उस दौर के राइटर टेड कैरोल ने स्क्रिप्ट लिखने में 2 साल लगा दिए। शूटिंग के लिए लोकेशन जो है वह कनाडा की चुनी गई थी । 1980 के आसपास फिल्म में लीड एक्टर की तलाश हुई। लेकिन इस फिल्म में लीड एक्टर बनने की कोशिश कि वह अपनी जान गवा बैठे ।
पहले जान गवाने वाले एक्टर थे जोन बेलुशी
जॉन बेलुशी पहले एक्टर थे जिन्होंने यह स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए दी गई थी । उन्हें अटूक में लीड रोल के लिए 1982 में प्रमोट किया गया था। जॉन को स्क्रिप्ट काफी ज्यादा पसंद आई । लेकिन कुछ महीने बाद 5 मार्च को वह हॉस्टल रूम के अंदर मरे हुए पाए गए । उनकी मौत से हॉलीवुड में हड़कंप मच गया । बेलुशी को उनके ट्रेनर बिल वालेस ने सबसे पहले मृत देखा। जब बेलुशी की मौत हुई तो उनकी टेबल पर अटूक की स्क्रिप्ट रखी हुई थी। बेलुशी की मौत का कारण ड्रग ओवरडोज माना गया था। लेकिन फॉरेंसिक जांच हुई तो मामला संदिग्ध पाया गया । 2 महीने बाद बेलुशी के मौत के दिन पार्टी कर रहे। कैथरीन एवलिन स्मिथ ने बात कबूल की। कि उन्हें बेलुशी की मौत वाली रात हेरोइन और कोकीन का ओवर डोज दिया गया था। केस री ओपन हुआ और कैथरीन को मर्डर का दोषी करार देते हुए जेल भेज दिया जिसे 15 में है की सजा हुई।
जॉन बेलुशी की मौत के बाद सैम किनिसन लीड एक्टर बनने को तैयार हुए, लेकिन उनकी भी मौत हो गई।
बेलुशी की मौत के बाद फिल्म लटक गई। मेकर्स मायूस हो गए। चार साल बाद हिम्मत करके इस स्क्रिप्ट पर फिर से फिल्म बनाने की प्लानिंग शुरू की गई। 1986 में इस बार विवादित स्टैंड अप कॉमेडियन सैम किनिसन को लीड रोल के लिए मनाया गया। सैम ने पहले स्क्रिप्ट पढ़ी और फिर काफी सोच-विचारकर हामी भर दी। 1988 में फिल्म का प्रोडक्शन शुरू किया गया, लेकिन शूटिंग के आठ दिन पहले ही किनिसन ने प्रोडक्शन का काम रुकवा दिया।
उन्होंने कहा कि उन्हें फिल्म की स्क्रिप्ट पसंद नहीं आ रही और वो चाहते हैं कि स्क्रिप्ट पर दोबारा काम किया जाए। किनिसन ने क्रिएटिव लिबर्टी देने की डिमांड भी की ताकि वो अपने मुताबिक स्क्रिप्ट में बदलाव कर पाएं। मेकर्स नहीं माने। मामला उलझ गया। फिल्म 1992 तक फिर होल्ड पर चली गई।
लॉस एंजिलिस टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक किनिसन ने कहा कि उन्होंने फिल्म नहीं छोड़ी थी बल्कि मेकर्स ने ही इसे बंद कर दिया था। वो उन्हें रिप्लेस करके दूसरे एक्टर को लेना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और फिल्म बंद हो गई। किनिसन के इन दावों को सुनकर मेकर्स ने उनके खिलाफ केस कर दिया। काफी मशक्कत के बाद मेकर्स और किनिसन में समझौता हुआ और वो फिल्म में काम करने के लिए मान गए।
फिल्म का प्रोडक्शन दोबारा शुरू हुआ, लेकिन इसी बीच किनिसन की मौत हो गई। 10 अप्रैल 1992 की रात उनकी कार को कैलिफोर्निया में पिकअप ट्रक ने टक्कर मार दी। इस ट्रक को 17 साल का एक लड़का चला रहा था जो नशे में धुत था। टक्कर के बाद किनिसन की हालत कुछ समय तक ठीक थी क्योंकि उनके शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं दिख रहे थे, लेकिन अचानक किनिसन खुद से बात करने लगे और बार-बार ये बात दोहराने लगे कि मुझे मरना नहीं है।
इसके बाद वो लगातार कहते रहे लेकिन क्यों? ओके…ओके और इसके बाद किनिसन सुध-बुध खो बैठे। कुछ देर बाद उनकी जान चली गई। जांच में सामने आया कि किनिसन की मौत कोई अंदरूनी चोट लगने से हुई थी। उनकी पत्नी भी कार में थीं, लेकिन उन्हें मामूली चोटें ही आई थीं
43 साल के जॉन कैंडी की मौत हार्ट अटैक से हुई थी। वो भी अटुक की स्क्रिप्ट पढ़ चुके थे।
1994 में फिर शुरू हुई फिल्म, तीसरे एक्टर की हुई मौत
इस घटना के बाद भी प्रोडक्शन टीम ने हार नहीं मानी क्योंकि वो जानते थे कि स्क्रिप्ट में दम है। आखिरकार 1994 में उन्होंने जॉन कैंडी को फिल्म में लीड रोल ऑफर किया। कैंडी इस ऑफर से उत्साहित थे और उन्होंने स्क्रिप्ट पढ़नी शुरू की, लेकिन कैंडी के साथ भी वही हुआ जो पिछले दो स्टार्स के साथ हुआ था।
4 मार्च 1994 की रात, कैंडी काम के सिलसिले में मैक्सिको गए थे, वहीं उनकी मौत हो गई। वो केवल 43 साल के थे। मौत का कारण हार्ट अटैक माना गया। कोई अटॉप्सी नहीं की गई क्योंकि मान लिया गया था कि वो हार्ट अटैक से ही मरे हैं। इस तरह फिल्म की प्रोडक्शन टीम को एक बार फिर मायूसी ही हाथ लगी, लेकिन उन्होंने फिल्म बनाने का इरादा नहीं छोड़ा।
जॉन कैंडी के बाद माइकल ओ डॉनोग्यू ने स्क्रिप्ट पढ़ी, लेकिन उनकी भी मौत हो गई।
पांच महीने में चल बसा चौथा एक्टर
जॉन कैंडी के दोस्त माइकल ओ डॉनोग्यू (Michael O’Donoghue) ने स्क्रिप्ट पढ़ी और फिल्म में काम करने की इच्छा जताई। उन्होंने स्क्रिप्ट के मुताबिक खुद को ढालने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। उनका हश्र भी पिछले तीन स्टार्स के जैसा ही हुआ। नवंबर 1994 में माइकल भी चल बसे। उन्हें क्रोनिक माइग्रेन की समस्या थी। 54 साल की उम्र में माइकल की सेरेब्रल हेमरेज से मौत हो गई।
स्क्रिप्ट पढ़ने के चंद महीनों के अंदर ही 18 दिसंबर 1997 को क्रिस फार्ले अपने छोटे भाई के अपार्टमेंट में मृत पाए गए।
स्क्रिप्ट पढ़ने के चंद महीने बाद मरा पांचवा एक्टर
माइकल की मौत के बाद फिल्म फिर अटक गई। मेकर्स को बिल्कुल समझ नहीं आ रहा था कि बार-बार उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है। वो फिल्म को बनते देखना चाहते थे इसलिए उन्होंने एक बार फिर तीन साल के ब्रेक के बाद 1997 में प्रोडक्शन का काम शुरू किया।
इस बार फिल्म में लीड रोल क्रिस फार्ले को ऑफर हुआ। फार्ले जानते थे कि उनके आइडल बेलुशी को फिल्म ऑफर हुई थी। यही वजह थी कि वो फिल्म से जुड़ना चाहते थे, लेकिन अफसोस बेलुशी की तरह ही फार्ले भी बेहद कम उम्र में चल बसे। वो भी बेलुशी की तरह 33 साल के थे। स्क्रिप्ट पढ़ने के चंद महीनों के भीतर ही 18 दिसंबर 1997 को फार्ले अपने छोटे भाई के अपार्टमेंट में मृत पाए गए। उनकी मौत भी बेलुशी की तरह ही ड्रग ओवरडोज से हुई थी।
अटॉप्सी रिपोर्ट में कोकीन और मॉर्फिन के ओवरडोज को फार्ले की मौत का कारण बताया गया। डांसर हेदी हॉसर ने ये दावा किया था कि वो आखिरी शख्स थीं जिन्होंने फार्ले को अंतिम बार जीवित देखा था। उन्होंने टेबलॉयड्स को फार्ले की मौत से पहले की फोटो भी दी थी जिसमें वो जमीन पर पड़े हुए थे, लेकिन उनकी सांसें चल रही थीं। तब हेदी उनके अपार्टमेंट से भाग खड़ी हुई थीं और उन्होंने फार्ले को उसी हालत में छोड़ दिया था।
फिल हार्टमैन छठे एक्टर थे जिन्होंने फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ी और उनकी मौत हो गई।
छठी मौत और फिल्म बंद
फार्ले की मौत से मेकर्स बुरी तरह टूट गए। अब उनकी हिम्मत जवाब देने लगी थी और उन्हें लगने लगा था कि अटुक की स्क्रिप्ट पर फिल्म शायद नहीं बन पाएगी, लेकिन फार्ले के दोस्त फिल हार्टमैन आगे आए। फिल ने कहा कि फार्ले ने उन्हें भी स्क्रिप्ट पढ़ाई थी और वो फिल्म में लीड रोल निभाने को तैयार हैं। मेकर्स की उम्मीद एक बार फिर जगी और वो फिल्म बनाने की कोशिश में जुट गए, लेकिन पांच महीने बाद फिर एक अनहोनी घटना घटी।
फार्ले की मौत के पांच महीने बाद फिल हार्टमैन की उनकी पत्नी ब्रायन हार्टमैन ने हत्या कर दी। दरअसल, फिल ने ब्रायन को धमकी दी थी कि अगर वो बार-बार समझाने के बावजूद ड्रग्स लेना बंद नहीं करेंगी तो वो उन्हें छोड़ देंगे। ब्रायन इस बात से आगबबूला हो गईं। उन्होंने फिल को सबक सिखाने की ठानी। रात 3 बजे वो फिल के कमरे में घुसीं। उन्हें सिर में दो और छाती पर एक गोली मारी।
इसके बाद ब्रायन कार चलाकर अपने दोस्त के घर गईं और उन्होंने फिल के मर्डर की बात कबूल ली। दोस्त को ब्रायन की बातों पर भरोसा नहीं हुआ तो वो उन्हें वापस उनके घर लेकर पहुंचीं। दोस्त जैसे ही बेडरूम में घुसी, उन्होंने फिल की खून से लथपथ बॉडी देखी और तुरंत पुलिस को कॉल किया। पुलिस आई तो उन्होंने दोनों बच्चों को रेस्क्यू किया और घर से बाहर निकाला। तब तक ब्रायन ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया और गोली मारकर सुसाइड कर ली।
शापित स्क्रिप्ट का धब्बा लगा, बक्से में बंद करके छुपाई स्क्रिप्ट
बेलुशी, किनिसन, कैंडी, माइकल, फार्ले और फिल…इन एक्टर्स की मौतों को देखते हुए लोगों ने अटुक की स्क्रिप्ट को शापित करार दिया। हॉलीवुड में ये बात फैल गई कि शायद स्क्रिप्ट में ही कुछ खोट है जिसके चलते छह लोग अपनी जान गवां चुके हैं।
प्रोडक्शन हाउस यूनाइटेड आर्टिस्ट और टेड कैरोल ने इस स्क्रिप्ट को एक बक्से में बंद करके कहीं छुपा दिया ताकि उस पर किसी की नजर न पड़े और इस पर फिल्म बनाने की कोशिश में कोई जान न गंवाए।
1999 में लॉस एंजिलिस टाइम्स में एक अर्टिकल पब्लिश हुआ जिसका टाइटल था 'The Atuk Curse' यानी अटुक का शाप। इसमें लिखा गया- अटुक… हॉलीवुड की ऐसी हॉन्टेड स्क्रिप्ट्स की लिस्ट में शुमार हो गई, जो कभी बन नहीं पाई।