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World Homeopathic Day: क्या आप भी करते है होम्योपैथिक शैली पर भरोसा, दुनिया में करते हैं इतने लोग

आज विश्व होम्योपैथिक दिवस है। लेकिन माना जा रहा है
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World Homeopathic Day

World Homeopathic Day: आज विश्व होम्योपैथिक दिवस है। लेकिन माना जा रहा है कि अंग्रेजी दवाओं के चक्कर में हम इसे भूलते जा रहे है।

लेकिन आज हम आपको इसके उल्ट कुछ नया बताने वाले है।

आपको बता दें कि होम्योपैथी एक स्थायी, सुरक्षित, सम्पूर्ण व पूर्णतया भरोसेमंद चिकित्सा पद्धति है। 

पूरी दुनिया में लगभग 81 देशों के 35 करोड़ से ज्यादा लोग इस पद्धति पर भरोसा करते हैं।

सबसे ज्यादा खिलाड़ियों, बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, शिशुओं व युवाओं पर कारगर है। 

प्रशिक्षित व पंजीकृत चिकित्सक से ईलाज करवाने पर कई बार मरीज को पूर्ण रूप से बीमारी से छुटकारा मिल जाता है। 

आज भी सस्ती व हानि रहित होम्योपैथी चिकित्सा प्रणाली जरुरतमंदों, गरीबों व असहायों के लिए रामबाण व वरदान साबित हुई है।

दरअसल होम्योपैथिक दवाइयां जीभ के द्वारा अवशोषित होती है 
इसलिए मुख्य परहेज सिर्फ ये होता है कि हर डोज दवाई के सेवन के समय से 10 मिनट पहले और बाद में मुंह औऱ जीभ का साफ होना अति आवश्यक है।

वहीं इलाज के दौरान कई बार दबे हुए लक्षण वापस अपने आप उभर आते हैं, 

मगर उनके पूर्णतया निकल जाने के बाद मरीज पूर्णतया ठीक हो जाता है।

आपको बता दें कि ये दवाइयां निष्क्रिय और क्रियाशील अल्कोहल की अल्पमात्रा से बनायी जाती है

जिसमें अल्कोहल का प्रभाव खत्म हो जाता है।


ये पूर्णतया प्रमाणिक दवाइयां होती हैं जो स्वस्थ्य मनुष्यों पर पूर्व सिद्ध की जाती है।

गंभीर बीमारियों के इलाज में होम्योपैथी भी काफी अच्छा असर दिखाती है।

यह त्वचा फेफड़े, जोड़ों, पथरी, अस्थमा व ऑटो इम्यून डिसऑर्डर जैसी बीमारियों तथा इन जैसी कई अन्य बीमारियों में भी काफी उपयोगी व सफल सिद्ध हुई है।

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