हरियाणा में Family I'd के चलते ऐसे लोगों के बंद हुए बीपीएल राशन कार्ड, जानें क्या है वजह
Haryana News: हरियाणा की मनोहर सरकार द्वारा सभी सरकारी योजनाओं को परिवार पहचान पत्र (PPP) से जोड़ने के बाद, राज्य में 1.80 लाख रुपये से अधिक की सालाना आय वाले हजारों परिवारों के बीपीएल (BPL) कार्ड रद्द कर दिए गए हैं। वहीं, कई एपीएल (APL) कार्ड धारकों को मिलने वाले मुफ्त राशन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इससे लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।
सरकार की इस नई व्यवस्था के शिकार हुए कई परिवार वास्तव में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हैं. फिर भी, परिवार पहचान पत्र (Parivar Pehchan Patra) में आय की वेरीफिकेशन करने वाली कमेटी ने घर जाकर जांच करने की बजाय घर बैठकर गलत रिपोर्ट दी।
इसका नतीजा यह हुआ कि गरीब परिवारों को राशन डिपो से मिलने वाले सस्ते अनाज से वंचित रहना पड़ा। क्योंकि परिवार पहचान पत्र (Family Identity Card) में आय की वेरीफिकेशन करने वाली कमेटियों और व्यक्तियों की लापरवाही का परिणाम है। लेकिन सरकार ने पीड़ितों को परिवार पहचान पत्र में आय संबंधी त्रुटि को सुधारने का मौका दिया है।
दरअसल, बहुत से लोगों के राशन कार्ड काट दिए गए हैं क्योंकि फैमिली आईडी में उनकी आय अधिक दिखाई देती है। जनता इससे बहुत नाराज़ है। इन सब के चलते, हर सुबह छोटे से सचिवालय में सैकड़ों लोग आना शुरू हो जाते हैं।
याद रखें कि कुछ लोगों की फैमिली आईडी में 5 लाख रुपये से लेकर 7 लाख रुपये तक आय दिखाई गई है, साथ ही छोटे-छोटे बच्चों की भी इनकम दिखाई गई है। जबकि परिवार में सिर्फ एक व्यक्ति कमाई करता है। Family ID में इतनी अधिक आय दर्ज होने के कारण उनके राशन कार्ड अब काट दिए गए हैं।
पानीपत के सीएससी सेंटर पर भी घरेलू आईडी ठीक करवाने वालों की लंबी लाइन है। लघु सचिवालय के कर्मचारियों का कहना है कि फैमिली आईडी में कर्मचारियों ने अपनी गलती का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सुबह 7 बजे से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन कोई फोन नहीं आया।
उन्होंने कहा कि मजदूरी करके अपने परिवार को पालने वाले कर्मचारियों की वार्षिक आय लाखों रुपये में लिखी गई है, जिससे अब उन्हें डिपों से मिलने वाली सरकारी सहायता भी नहीं मिलेगी।
गुस्साए लोगों का कहना है कहा कि वर्तमान सरकार को जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। सुबह से लोग फैमिली आईडी की गलतियों को ठीक करने और राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए लाइनों में खड़े हैं।
हालांकि, फैमिली आईडी में गलत आय दर्ज करने के कई मामले सामने आ रहे हैं, जिससे जनता में सरकार के प्रति आक्रोश बना हुआ है। अब देखना होगा कि सरकार कब तक इस समस्या का समाधान करती हैं ताकि आमजन को भागदौड़ से छूटकारा मिल सकें।