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राजस्थान के लिए वरदान साबित होगा अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेसवे, 28 घंटे की दूरी होगी 12 घंटे में तय

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राजस्थान के लिए वरदान साबित होगा अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेसवे

National News: भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत देशभर में नए हाइवे और एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है ताकि यात्रियों का सफर आसान हो सकें। इसी कड़ी में राजस्थान को बहुत बड़ी सौगात मिलने वाली है। अमृतसर- जामनगर एक्सप्रेसवे, जो राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे भी होगा, का काम 95% पूरा हो चुका है। यह एक्सप्रेसवे राजस्थान सहित पंजाब, हरियाणा और गुजरात के 17 जिलों की आपस में कनेक्टिविटी मजबूत करेगा।

28 घंटे का समय होगा 12 घंटे में पूरा

अमृतसर- जामनगर की दूरी 1450 km है और अलग- अलग नेशनल और स्टेट हाइवे से इस दूरी को तय करने में 28 घंटे का समय लगता है। वहीं इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यह दूरी 200 km कम हो जाएगी तथा 120 km प्रति घंटे की अधिकतम रफ़्तार से गाड़ी चलाने पर यह सफर 12 घंटे में तय हो सकेगा।

राजस्थान के 6 जिलें होंगे कनेक्ट

इस एक्सप्रेस-वे का सबसे ज्यादा फायदा राजस्थान को होगा। एक्सप्रेस वे का 50 प्रतिशत हिस्सा यानी 637 km यहीं से गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे से राजस्थान के 6 जिले कनेक्ट रहेंगे। इनमें श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और जालोर शामिल हैं। पंजाब के अमृतसर को गुजरात के जामनगर से जोड़ने वाले इस एक्सप्रेसवे से सबसे ज्यादा राजस्थान और हरियाणा कवर होंगे। दोनों राज्यों के कुल 17 जिले आपस में इससे जुड़ेंगे।

कई खूबियों से लैस होगा एक्सप्रेसवे

1250 km लंबा यह सिक्स लेन एक्सप्रेसवे कई खूबियों से लैस होगा। इसमें जगह- जगह इलेक्ट्रोनिक वाहन चार्जिंग पॉइंट बनाए गए हैं। वहीं व्यापारिक दृष्टि से भी यह एक्सप्रेसवे महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा‌। पचपदरा रिफाइनरी और सूरतगढ़ थर्मल प्लांट भी इससे जुड़ेंगे। हाई क्लास क्वालिटी से निर्माण किए गए इस एक्सप्रेसवे पर कुल 80 हजार करोड़ रुपए की लागत राशि खर्च होगी।

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