हरियाणा के पंचकूला में 3 महीने के लिए धारा-144 लागू, जानें क्या है वजह
Panchkula News: हरियाणा में मानसून की गतिविधियां शुरू हो चुकी है और कई जिलों में अच्छी बारिश भी दर्ज हुई है। मैदानों के साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है। इससे नदियां उफान पर आ गई हैं। नदियों में अचानक जल स्तर से बढ़ने से वहां रहने वाले लोगों को खतरा पैदा हो गया है।
इसको देखते हुए पंचकूला जिले में धारा- 144 लागू कर दी गई है। नदियों के दोनों ओर 20 मीटर का क्षेत्र लोगों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि कोई भी इसका उल्लंघन करते पाया जाता है तो उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
इस वजह से लिया गया फैसला
हरियाणा में इन दिनों मानसूनी बारिश शुरू हो चुकी है। इस दौरान नदियों का जल स्तर काफी अधिक हो गया है। पंचकूला प्रशासन को जानकारी मिल रही थी कि बच्चे और व्यस्क नदियों के में मछली या अन्य कारणों से प्रवेश कर रहे हैं। तेज बहाव के कारण लोगों के लिए खतरे की संभावनाएं ज्यादा हो रही हैं।
इसके साथ ही स्थानीय पशु पालक भी नदियों की तरफ चारे की तलाश में जा रहे हैं। इन कारणों को देखते हुए पंचकूला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया है।
3 महीने लागू रहेगा आदेश
पंचकूला प्रशासन की ओर से लागू की गई धारा- 144 के आदेश तीन महीने तक लागू रहेंगे। प्रशासन की ओर से जारी आदेश में 25 जून से 30 सितंबर तक का उल्लेख किया गया है। आदेश में पंचकूला की भौगोलिक सीमाओं के भीतर और विशेष रूप से बाढ़ संभावित क्षेत्रों में प्राकृतिक या मानव निर्मित जल प्रवाह के किसी भी चैनल को कवर करेगा।
घग्घर सहित कई बड़ी नदियां
हरियाणा के पंचकूला जिला अंतर्गत घग्गर सहित 4 प्रमुख नदियां बहती हैं। इनमें घग्गर के अलावा कौशल्या, सिरसा, झज्जरा और टांगरी नदियों के साथ उनकी सहायक नदियों के पानी में अचानक बढ़ोतरी हुई है। तेज बहाव के साथ ही नदियों में भंवर भी बन रहे हैं। नदियों में जल स्तर अभी कम होने की कोई संभावना नहीं है।
खनन पर भी रोक
धारा- 144 लागू होने के साथ ही नदियों में खनन पर पूरी तरह से रोक लग गई है। तीन महीने तक नदियों में उप खनिजों के चुगान पर पूरी तरह से रोक रहेगी। यदि इन आदेशों का कोई भी व्यक्ति उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। यहां बता दें कि रायपुर रानी व उसके आसपास क्षेत्र में खनन संबंधी काफी गतिविधियां होती हैं।