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Haryana News: हरियाणा के 13 साल के बच्चे ने किया बड़ा कारनामा, पूरे भारत में बंधे तारीफ़ के पुल

आपने ये कहावत तो सुनी ही होगी सफलता पाने की कोई उम्र नहीं होती. आज एक बच्चे ने ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है.
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हरियाणा के 13 साल के बच्चे ने किया बड़ा कारनामा, पूरे भारत में बंधे तारीफ़ के पुल 

Haryana News: आपने ये कहावत तो सुनी ही होगी सफलता पाने की कोई उम्र नहीं होती. आज एक बच्चे ने ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है. हरियाणा के झज्जर जिले के खरहर गांव के रहने वाले अंगद ने लद्दाख की धरती पर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है. 


खास बात यह है कि अंगद ने यह उपलब्धि महज 13 साल की उम्र में हासिल की है। वह दुनिया के सबसे ऊंचे दर्रे "उमलिंग ला" पर पर्वतारोहण और उत्तरजीविता प्रशिक्षण अभ्यास पूरा करने वाले सबसे कम उम्र के हैं।

आपको बता दें कि इस उपलब्धि के लिए उनका नाम "इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" में दर्ज किया गया है। अंगद के पिता प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि भारत का "उमलिंग ला पास" माउंट एवरेस्ट बेस कैंप से भी अधिक ऊंचाई पर बना है, जिसकी ऊंचाई 19,024 फीट है. ऐसी जगहों पर ऑक्सीजन न के बराबर होती है.

अंगद ने वहां रहकर 7 दिनों तक जीवित रहने की साधना पूरी की। पर्वतारोहण से जुड़ा यह साहसिक कार्य करके अंगद ने भारत-चीन सीमा पर देश का नाम रोशन किया। अंगद ने 19 से 25 अगस्त तक रक्षा मंत्रालय के सीमा सड़क संगठन के साथ विपरीत परिस्थितियों और माइनस तापमान में कठोर प्रशिक्षण लिया है।

अंगद फिलहाल माउंट सेंट मैरी स्कूल, दिल्ली कैंट में 9वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं और उनका लक्ष्य भविष्य में एक आर्मी ऑफिसर बनना है। 

उनका परिवार बहादुरगढ़ के सेक्टर-2 में रहता है। आपको बता दें कि आज तक दुनिया में किसी भी बच्चे ने 19 हजार से ज्यादा की ऊंचाई पर माउंटेन सर्वाइवल ट्रेनिंग एक्सरसाइज नहीं की है।

अंगद गाइड का भी काम करते हैं
डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि बेटा अंगद गर्मियों की छुट्टियों में अमरनाथ, केदारनाथ जैसी बेहद जोखिम भरी यात्राओं पर जाकर समाज सेवा करता है और पहाड़ के यात्रियों के लिए गाइड का काम भी करता है।

 अंगद ने भारतीय वायु सेना और आईटीबीपी से पर्वतारोहण का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है। मां डॉ. अनिता भारद्वाज ने कहा कि अंगद का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाना पूरे परिवार के लिए गर्व की बात है। बेटे ने कठिन परिस्थितियों में यह कारनामा कर उनका मान बढ़ाया है।

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