IPS Officer Tripti Bhatt Success Story: ISRO सहित 6 सरकारी नौकरियों को ठुकरा आईपीएस बनी ये अफसर, स्टोरी जान आप भी हो जाएंगे हैरान
UPSC की परीक्षा को दुनिया की सबसे टफ परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसे पास करने का सपना तो हर कोई देखता है लेकिन इसे पास केवल चुनिंदा लोग ही कर पाते हैं। क्योकि इसे पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है।
IPS Officer Tripti Bhatt Success Story: UPSC की परीक्षा को दुनिया की सबसे टफ परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसे पास करने का सपना तो हर कोई देखता है लेकिन इसे पास केवल चुनिंदा लोग ही कर पाते हैं। क्योकि इसे पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है।
इसके साथ ही लगभग हर विषय का ज्ञान होना भी जरूरी है। अगर कोई यूपीएससी परीक्षा को पास कर लेता है तो आसपास के इलाके में उसके चर्चे शुरू हो जाते हैं। साथ ही बता दें इनमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को उनकी रैंक और वरीयता के आधार पर IAS, IPS, IFS आदि पद अलॉट किए जाते हैं।
वहीं इसी बीच आज हम आपको एक ऐसी ही IPS Officer की सफलता की कहानी बताने जा रहे है जिन्होंने कड़ी मेहनत से सफलता हासिल की है। बता दें वह हैं आईपीएस ऑफिसर तृप्ति भट्ट। वह उत्तराखंड के अल्मोड़ा की रहने वाली हैं।
उनका जन्म एक शिक्षक के परिवार में हुआ था और वह चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा बेर्शेबा स्कूल से पूरी की है। हालांकि, यह उन्होंने कक्षा 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के लिए केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन ले लिया गया था। कक्षा 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय से बीटेक में ग्रेजुएशन की डिग्री भी हासिल कर ली थी।
आपको बता दें कि आईपीएस तृप्ति भट्ट ने पंतनगर यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल मे इंजीनियरिंग में बीटेक भी किया है। जहा तृप्ति ने ISRO सहित 6 सरकारी नौकरियों की परीक्षाएं भी पास की है और कई प्रतिष्ठित और निजी संस्थानों से जॉब ऑफर भी प्राप्त किए हैं।
हालांकि, तृप्ति ने इन सभी सभी ऑफर और नौकरियों को छोड़कर यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा देने का फैसला किया था, क्योंकि वो अपने IPS ऑफिसर बनने के सपने को पूरा करना चाह रही थीं।
तृप्ति ने साल 2013 में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की सिविल सेवा की परीक्षा पास कर डाली है और 165वीं रैंक हासिल कर IPS ऑफिसर भी बन गईं है। वही आपको बता दें कि आईपीएस तृप्ति भट्ट राष्ट्रीय स्तर की 16 व 14 किमी मैराथन व राज्य स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिताओं की स्वर्ण पदक विजेता भी रह चुकी हैं।