nigamratejob-logo

चंडीगढ़ में इस बार नए नियमों के तहत मिलेगा स्टेट टीचर अवार्ड, कैश अवार्ड की राशि में भी इजाफा; यहां देखें पूरी डिटेल

 | 
चंडीगढ़

Chandigarh News: चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने एजुकेशन के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले टीचरों और प्रिंसिपलों को दिए जाने वाले स्टेट अवार्ड्स के लिए नई पॉलिसी की घोषणा कर दी है। डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर को आदेश दिया गया है कि इस फील्ड में अच्छा काम करने वाले शिक्षकों और प्रिंसिपलों का रिकॉर्ड 31 जुलाई तक जमा करवाएं।

बता दें कि UT स्टेट अवार्ड और प्रंशसा पत्र के लिए अब रेगुलर शिक्षकों, प्रिंसिपल के साथ ही गेस्ट, कॉन्ट्रैक्ट और डेपुटेशन शिक्षकों को भी बराबर का मौका मिलेगा। पॉलिसी के मुताबिक, शिक्षा विभाग 20 स्टेट अवार्ड और 12 प्रशंसा पत्र देकर शिक्षकों और प्रिंसिपल को सम्मानित करेगा।

सिर्फ मेरिट के आधार पर मिलेगा अवार्ड

स्टेट अवार्ड सिर्फ और सिर्फ मेरिट के आधार पर दिया जाएगा। इसके लिए नम्बरों के आधार पर शिक्षकों का चयन किया जाएगा। UT शिक्षा विभाग ने 150 अंक निर्धारित किए हैं। साथ ही कमेटी के सामने प्रेजेंटेशन के 20 अंक अलग से तय किए गए हैं। जिन शिक्षकों के अंक सबसे ज्यादा होंगे, स्टेट अवार्ड उन्हीं को दिया जाएगा।

नए नियम यहां पढ़ें

नए नियमों के तहत आवेदन के लिए 10 साल का शैक्षणिक अनुभव अनिवार्य किया गया है। ACR, रिजल्ट, पब्लिकेशन, इन सर्विस ट्रेनिंग, ई-कंटेंट तैयार करने में योगदान, टीचिंग में ICT का प्रयोग, सोशल-कम्युनिटी सर्विस, इन चार्ज क्लब और दिव्यांग बच्चों की एक्टिविटी में हिस्सा लेने वाले शिक्षकों को तव्वजो दी जाएगी।

वहीं इस बार स्टेट अवार्ड पाने वाले शिक्षकों के लिए ईनामी राशि को 21 हजार से बढ़ाकर 31 हजार रुपए कर दिया गया है। वहीं प्रशंसा पत्र पाने वाले शिक्षकों और प्रिंसिपल को 11 हजार रुपए के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 

अवार्ड की संख्या

सरकारी स्कूल कैटेगरी में प्रिंसिपल और हेड्स को 2 स्टेट अवार्ड और 2 प्रशंसा पत्र, लेक्चरर में 3 स्टेट और 2 प्रशंसा पत्र, TGT-DPE में 4 स्टेट और 2 प्रशंसा पत्र, JBT और NTT में 3 स्टेट और 2 प्रशंसा पत्र दिए जाएंगे।

उधर प्राइवेट स्कूल कैटेगरी में प्रिंसिपल, हेड्स, लेक्चरर, TGT, DPE, JBT और NTT के लिए 4 स्टेट और 2 प्रशंसा पत्र दिए जाएंगे। 2 स्टेट अवार्ड यूटी शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा नोमिनेट किया जाएंगे।

सरकारी योजनाएं

सक्सेस स्टोरी